मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार गुप्ता का सत्कार
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200 वर्ष पुराने ऐतिहासिक कुएं की सफाई के लिए माना आभार
नागपुर। मोतीबाग रेलवे कॉलोनी स्थित लगभग 200 वर्ष पुराने भोसलेकालीन ऐतिहासिक कुएं की सफाई का कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण हुआ। इस महत्वपूर्ण कार्य को संपन्न कराने में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) नागपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (DRM) दीपक कुमार गुप्ता की अहम भूमिका रही। उनके मार्गदर्शन व पहल के कारण वर्षों से उपेक्षित यह ऐतिहासिक कुआं पुनः अपने गौरवमयी स्वरूप में लौट आया है।
इस योगदान के लिए पूर्व ZRUCC सदस्य, वरिष्ठ पत्रकार, नियोग थेरेपिस्ट एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. प्रवीण डबली द्वारा प्राचीन श्री शिव मंदिर मोतीबाग व क्षेत्र के नागरिकों की ओर से DRM दीपक कुमार गुप्ता का पुष्पगुच्छ देकर सत्कार एवं आभार व्यक्त किया गया। यह सम्मान समारोह DRM कार्यालय में आयोजित किया गया, जिसमें वरिष्ठ नागरिक पी. सत्याराव एवं श्री प्रकाशराव (गुंडुराव) भी प्रमुखता से उपस्थित थे।
गुप्ता ने डॉ. प्रवीण डबली के वर्षों से किए जा रहे निस्वार्थ प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि 'उनकी जागरूकता, संकल्प और धरोहर संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता प्रेरणादायक है'।
इस अवसर पर गुप्ता ने कहा कि “यह कुआं केवल ऐतिहासिक नहीं, बल्कि उपयोगी भी है। इसकी जल गुणवत्ता की जांच कर इसका उपयोग रेलवे कॉलोनी, रेल संग्रहालय तथा अन्य स्थानों पर किया जाएगा। इसके साथ ही आस-पास के परिसर का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा।”
उन्होंने यह भी बताया कि रेलवे क्षेत्र में यदि ऐसे अन्य ऐतिहासिक कुएं या जलस्रोत मौजूद हैं, तो उनके संरक्षण और संवर्धन के लिए भी पहल की जाएगी। साथ ही, उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि 'ऐतिहासिक धरोहरों को पुनः गंदा न करें, बल्कि उनकी सुरक्षा और संरक्षण की जिम्मेदारी सभी को मिलकर निभानी चाहिए'।
यह अवसर नागपुर के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बन गया, जहाँ एक पुरातन धरोहर को नवजीवन मिला और नागरिक- प्रशासनिक सहयोग की उत्कृष्ट मिसाल सामने आई।
इतिहास से वर्तमान तक - मोतीबाग का ऐतिहासिक कुआं :
भोसले शासनकाल में निर्मित यह कुआं कभी मोतीबाग क्षेत्र की जीवनरेखा माना जाता था। वर्षों की उपेक्षा के कारण यह झाड़ियों व गंदगी से ढक गया था। अब इसकी सफाई के बाद यह न केवल एक जलस्रोत के रूप में पुनर्जीवित हुआ है, बल्कि स्थानीय धरोहर के रूप में भी सम्मान पा रहा है।