नागपुर। एल.ए.डी. एवं श्रीमती आर.पी. महिला महाविद्यालय, नागपुर में वर्ष 2025-26 मे अंग्रेजी विभाग द्वारा 'हरित मस्तिष्क का पोषण' - युवा मस्तिष्क को शिक्षित करने पर एक कार्यशाला आयोजित महाविद्यालय ने 26 जुलाई 2025, शनिवार को प्रकृति और जलवायु परिवर्तन के विभिन्न स्तरों से नई पीढ़ियों को बचाने के लिए जागरूकता फैलाने हेतु हरित मस्तिष्क के पोषण पर एक कार्यशाला का आयोजन किया था। प्राचार्य डॉ. पूजा पाठक, उप-प्राचार्य डॉ. ऋता धर्माधिकारी और आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. अर्चना मसराम उपस्थित थे जिनके आने से कार्यक्रम की शोभा बढ़ी, और उन्होंने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। प्रमुख वक्ता शेख ज़ाकिर हुसैन, उप महाप्रबंधक, खनन/पर्यावरण, एसईसीएल मुख्यालय, बिलासपुर (छत्तीसगढ़) थे, जो एक प्रखर पर्यावरणविद्, क्षेत्र के प्रसिद्ध ज्ञाता, वक्ता और हरित मस्तिष्क के प्रति उत्साही भी हैं।
'हरित मन का पोषण: शिक्षकों और छात्रों के लिए एक कार्यशाला' शीर्षक वाली कार्यशाला, जागरूकता पैदा करने वाली विस्तृत जानकारी और गतिविधियों की एक श्रृंखला का मिश्रण थी, जिससे हम अपनी संवेदनाओं का आत्मनिरीक्षण कर सकें और अपनी दैनिक गतिविधियों को बेहतर ढंग से समझ सकें कि क्या वे वास्तव में पर्यावरण की दृष्टि से सुरक्षित हैं। इन गतिविधियों में प्रकृति के साथ अपनी भावनाओं को समझना, सुरक्षित पर्यावरणीय प्रथाओं पर बहस में भाग लेना और कॉलेजों में हरित क्लबों के बारे में प्रधानाचार्य को आधिकारिक प्रस्ताव प्रस्तुत करने हेतु समूहों में भूमिका निभाना शामिल था, जो परिसर में नई हरित दिनचर्या के लिए नए विचार प्रस्तुत करेंगे। एल ए डी महाविद्यालय के 50 से ज्यादा छात्राओं ने और शिक्षकों ने सहभाग लिया साथ ही राजकुमार केवलरमानी कन्या महाविद्यालय तथा निकालस महिला महाविद्यालय सहित इंद्रधनुष क्लस्टर कॉलेजों के विद्यार्थियों ने अपने शिक्षकों के साथ सक्रिय रूप से भाग लिया।
श्री हुसैन ने इस अद्भुत कार्यशाला का समापन एक शपथ के साथ किया, जिसमें उनके साथ उपस्थित श्रोताओं ने प्रकृति की आत्मा को संरक्षित करने, उसके बिगड़ते स्वास्थ्य का ध्यान रखने और पर्यावरण के अनुकूल आदतें अपनाने का संकल्प लिया। सुश्री गायत्री चोरगढ़े ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और हुसैन सर को उनके समय, मार्गदर्शन और इस अवसर पर फैलाई गई जागरूकता के लिए धन्यवाद दिया।