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12 सितंबर, 2025

ABO आई इंस्टीट्यूट द्वारा नागपुर में पहली बार आयोजित किया जाएगा राष्ट्रीय EBAI सम्मेलन


नागपुर। 15वां राष्ट्रीय नेत्र बैंक संघ भारत (EBAI) सम्मेलन, जो कॉर्निया और नेत्र बैंकिंग पर केंद्रित होगा, 12 से 14 सितंबर 2025 तक नागपुर में आयोजित किया जाएगा। यह पहली बार है जब महाराष्ट्र में इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन हो रहा है और नागपुर को इसके लिए चुना गया है।

यह आयोजन ABO आई इंस्टीट्यूट (आयोजक), महाराष्ट्र नेत्र रोग सोसायटी (MOS), विदर्भ नेत्र विज्ञान संघ (VOS), नेत्र विज्ञान सोसायटी नागपुर (OSN) और एम्स (AIIMS) नागपुर के सहयोग से किया जाएगा। नागपुर में यह सम्मेलन शहर के प्रमुख कॉरपोरेट आई अस्पतालों में से एक, ABO आई इंस्टीट्यूट, में आयोजित होगा, जो नागपुर की चिकित्सा बिरादरी के लिए गर्व की बात है।

सम्मेलन का उद्घाटन डॉ. अभिजीत चौधरी, NMC आयुक्त, द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में किया जाएगा तथा डॉ. निवृत्ति राठोड़, सिविल सर्जन, और डॉ. विंकी रुघवानी, अध्यक्ष महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल, विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
सम्मेलन के दौरान डॉ. नम्रता शर्मा को EBAI (2025– 2028) का अध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा। वे वर्तमान अध्यक्ष मेजर जनरल (डॉ.) जे.के.एस. परिहार से पदभार ग्रहण करेंगी।

सम्मेलन की मुख्य विशेषताएँ : 

- कॉर्निया और नेत्र बैंकिंग पर देश-विदेश के विशेषज्ञों द्वारा वैज्ञानिक सत्र।
- नेत्र बैंक तकनीशियनों के लिए प्री-कॉन्फ्रेंस कार्यशाला, जिसमें आधुनिक कॉर्नियल एक्सीजन तकनीकों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- नेत्र दान से जुड़े मिथकों पर चर्चा और जागरूकता बढ़ाने के उपाय।
- परिवारों को प्रेरित करने में शोक परामर्शदाताओं की भूमिका पर विशेष जोर।

नेत्र दान क्यों महत्वपूर्ण है : 

- भारत में कॉर्नियल अंधता से 12 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं।
- मांग की तुलना में कॉर्निया ऊतक की आपूर्ति बेहद कम है और बहुत कम मरीज ही दृष्टि बहाल कराने में सफल हो पाते हैं।
- एक दाता 4 से 6 दृष्टिहीन व्यक्तियों को ‘दृष्टि का वरदान’ दे सकता है।
- नेत्र दान जीवन बदलने का एक शक्तिशाली माध्यम है।

डॉ. कृष्णा भोजवानी, निदेशक, ABO आई इंस्टीट्यूट एवं पूर्व अध्यक्ष, नेत्र विज्ञान समाज नागपुर, ने कहा - यह हमारे लिए गर्व की बात है कि नागपुर को इस प्रतिष्ठित सम्मेलन की मेज़बानी का अवसर मिला। यह केवल एक वैज्ञानिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि समाज से एक आह्वान है - नेत्र दान की शपथ लें, जागरूकता फैलाएँ और सुनिश्चित करें कि कोई भी व्यक्ति अंधेरे में न रहे, जबकि ‘दृष्टि का वरदान’ इतना आसान है।

डॉ. गोपाल अरोड़ा, आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं निदेशक, ABO आई इंस्टीट्यूट, ने कहा - ABO आई इंस्टीट्यूट देश-विदेश से आने वाले प्रतिनिधियों का स्वागत कर गर्व महसूस कर रहा है। यह सम्मेलन न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता का मंच है, बल्कि नेत्र दान के लिए समाज को प्रेरित करने का भी प्रयास है। नागपुर में इसका आयोजन शहर की नेत्र देखभाल में बढ़ती प्रतिष्ठा को दर्शाता है।

डॉ. शिरीष थोरात, अध्यक्ष, महाराष्ट्र नेत्र रोग समाज (MOS), ने कहा - EBAI द्वारा महाराष्ट्र में सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय हमारे लिए गर्व का क्षण है। इससे राज्य की नेत्र चिकित्सा बिरादरी में नेत्र दान का संदेश फैलाने का उत्साह बढ़ेगा।

डॉ. वायरल शाह, अध्यक्ष, विदर्भ नेत्र विज्ञान संघ (VOS), ने कहा - विदर्भ के लिए यह ऐतिहासिक अवसर है। पूरे देश से आए विशेषज्ञों और प्रतिनिधियों का स्वागत कर हमें प्रेरणा मिलेगी और क्षेत्र में कॉर्नियल अंधता उन्मूलन की दिशा में काम करने का अवसर मिलेगा।

डॉ. राहुल तिवारी, अध्यक्ष, नेत्र विज्ञान समाज नागपुर (OSN), ने कहा - नागपुर के नेत्र चिकित्सकों के लिए यह गौरव की बात है। यह सम्मेलन न केवल अकादमिक ज्ञान बढ़ाएगा बल्कि समाज में नेत्र दान का संदेश फैलाकर स्थायी प्रभाव भी छोड़ेगा।
सम्मेलन में देश- विदेश से अनेक प्रतिनिधि भाग लेंगे और नागपुर को कॉर्निया विज्ञान और नेत्र बैंकिंग के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाएगी