नागपुर/दिल्ली। गजल संग्रह के लोकार्पण पर मौजूद (बाएं से) ब्रिगेडियर संजीव सोनी, विक्रम शर्मा, विकास राणा शांता कुमार, नवनीत शर्मा, डा. विवेक शर्मा व कर्नल विवेक प्रकाश सिंह, सौ. आशुतोष गुलेरी, युवा शायर विकास राणा फिक्र के गजल संग्रह 'अभी इक शे'र कहना रह गया है' का विमोचन 'विश्रांति' पालमपुर में पूर्व मुख्यमंत्री एवं विवेकानंद ट्रस्ट के अध्यक्ष शांता कुमार ने किया।
बैजनाथ के बही निवासी विकास राणा लंबे समय से शायरी को समर्पित हैं और यह उनकी पहली पुस्तक है। शांता कुमार ने कहा कि सृजन को प्रोत्साहन भी मिलना चाहिए और सम्मान भी। इस अवसर पर एक मुशायरे का आयोजन का भी किया गया, जिसकी अध्यक्षता जाने-माने शायर फरहत अहसास ने की। अहसास ने पुस्तक को गजल में स्वागत योग्य क्रांति बताया।
मंच संचालन शमशेर 'साहिल' ने किया। इस कार्यक्रम में मीडिया पार्टनर के तौर पर केशव कल्चर की संस्थापिका सुश्री दीप्ती शुक्ला ने तकनीकी सहयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
युवा शायर की पहली पुस्तक है 'अभी इक शे'र कहना रह गया है' शांता बोले-सृजन को प्रोत्साहन और सम्मान मिलना चाहिए।
विनीत आश्ना, नवनीत शर्मा, माधवी शंकर, परवीन सक्सेना, विकास शर्मा 'राज', सुजीत सहगल 'हासिल' व शमशेर 'साहिल' ने गजलें सुनाईं। इस अवसर पर ब्रिगेडियर संजीव सोनी, विश्रांति के मुख्य न्यासी विक्रम शर्मा, गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्मडा. विवेक शर्मा, कार्यक्रम के प्रारूपकार कर्नल विवेक प्रकाश सिंह और विश्रांति के प्रशासक राकेश कोरला उपस्थित थे। कर्नल विवेक प्रकाश सिंह ने विश्रांति प्रबंधन का आभार जताया।