डायबिटिक एसोसिएशन ऑफ इंडिया, नागपुर चैप्टर - नई टीम 2025- 26 का कार्यभार ग्रहण
नागपुर। डायबिटिक एसोसिएशन ऑफ इंडिया, नागपुर चैप्टर ने रविवार, 14 सितम्बर 2025 को होटल सेंटर पॉइंट, रामदासपेठ, नागपुर में भव्य स्थापना समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर डॉ. नितिन वाडस्कर को अध्यक्ष तथा डॉ. पूजा जाधाव को सचिव के रूप में स्थापित किया गया। उनके साथ 2025- 26 की टीम ने कार्यभार संभाला।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चंद्रशेखरजी बावनकुले, राजस्व मंत्री, महाराष्ट्र सरकार तथा नागपुर और अमरावती जिले के संरक्षक मंत्री थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में देश के प्रतिष्ठित एंडोक्राइनोलॉजिस्ट प्रो. डॉ. अभय कुमार साहू, अपोलो हॉस्पिटल्स, भुवनेश्वर और डॉ. के. एम. प्रसन्न कुमार, सेंटर फॉर डायबिटीज एंड एंडोक्राइन केयर, बैंगलोर उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत विशेषज्ञों डॉ. हरी मंगटानी, डॉ. जयंत केलवदे, डॉ. शंकर खोब्रागड़े और डॉ. अजय कडूसकर द्वारा मधुमेह प्रबंधन की चुनौतियों पर आधारित केस प्रस्तुतियों से हुई। सत्रों की अध्यक्षता डॉ. आर. बी. कलमकर, डॉ. तनुजा मनोहर, और डॉ. प्रभाकर देशपांडे ने की।
देश के अग्रणी विशेषज्ञों ने मधुमेह और एंडोक्राइन देखभाल में नवीनतम प्रवृत्तियों पर सम्मानित व्याख्यान प्रस्तुत किए, जिनमें शामिल थे : डॉ. के. एम. प्रसन्न कुमार - स"टाइप 1 मधुमेह का इलाज - कौन जीतेगा?, डॉ. अभय साहू – टाइप 2 मधुमेह में सारकोपेनिया : निदान और उपचार के महत्वपूर्ण पहलू।
अध्यक्षीय व्या डॉ. नितिन वडस्कर द्वारा दिया गया, जिसका विषय था मधुमेह में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की परिवर्तनकारी भूमिका। डॉ. वडस्कर ने बताया कि AI कैसे मधुमेह देखभाल को बदल रही है - प्रारंभिक पहचान, निरंतर शुगर मॉनिटरिंग, व्यक्तिगत उपचार और जटिलताओं से बचाव में सहायता कर रही है। कृत्रिम प्रज्ञा इ(AI) डॉक्टरों और रोगियों के लिए एक डिजिटल सहायक की तरह काम कर रही है, जिससे मधुमेह प्रबंधन सरल, तेज़ और प्रभावी बन रहा है। कीनोट एड्रेस डॉ. रीमा काशीवा द्वारा दिया गया, जिसका विषय था मोटापे के प्रबंधन में नई दिशा।
दोपहर 3:00 बजे से 4:00 बजे तक उसी स्थल पर ‘मधुमेह और उसकी जटिलताएँ’ विषय पर जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित हुआ। विशेषज्ञों ने आम जटिलताओं - जैसे मस्तिष्क, नसों, हृदय, गुर्दे, आँखों, पैरों और मांसपेशियों को होने वाले नुकसान पर चर्चा की।
इस कार्यक्रम की मॉडरेशन डॉ. शंकर खोब्रागड़े ने की। पैनल में शामिल विशेषज्ञ थे : डॉ. के. एम. प्रसन्न कुमार, बेंगलुरु, डॉ. प्रशांत अग्निहोत्री (नेत्र रोग विशेषज्ञ), डॉ. जितेश जेसवानी (नेफ्रोलॉजिस्ट), डॉ. निखिल डोंगरे (न्यूरोलॉजिस्ट), डॉ. नितिन तिवारी (हृदय रोग विशेषज्ञ), डॉ. नितिन वडस्कर (डायबिटोलॉजिस्ट), डॉ. पूजा जाधव (एंडोक्राइनोलॉजिस्ट)।
स्थापित टीम 2025- 26 : अध्यक्ष : डॉ. नितिन वडस्कर, सचिव : डॉ. पूजा जाधव, कोषाध्यक्ष : डॉ. पारस झुणके, अध्यक्ष निर्वाचित : डॉ. संदीप खरकर, पूर्व अध्यक्ष : डॉ. संकेत पेंडसे, पूर्व सचिव : डॉ. स्वप्ना खांजोडे, उपाध्यक्ष : डॉ. अभिषेक पांडे, डॉ. हिमांशु पाटिल, संयुक्त सचिव : डॉ. सचिन जीभकाटे, डॉ. मुकुंद गणेरिवाल, कार्यकारिणी समिति के सदस्य : डॉ. अभिषेक खोब्रागड़े, डॉ. अजय बुले, डॉ. आकाश दुरुगकर, डॉ. आशिश सुंडे, डॉ. गुंजन दलाल, डॉ. हरी मंगटानी, डॉ. जयंत केलवडे, डॉ. मिताली पद्मावर, डॉ. नितिन तिवारी, डॉ. सतीश लाहोटी, डॉ. सुधीर चाफले, डॉ. योगेश ढोबले, डॉ. योषिता पेंडारकर।
यह शैक्षणिक एवं वैज्ञानिक आयोजन मधुमेह देखभाल में रुचि रखने वाले चिकित्सा जगत और स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए एक समृद्ध अनुभव साबित हुआ। कार्यक्रम का संचालन डॉ. आसिफ कुरैशी और डॉ. गुंजन दलाल ने किया।