उपविभागीय अधिकारी सखाराम मुळे के हाथों संपूर्ण राशन किट वितरण
नागपुर/उमरखेड। इंटरनेशनल आइकॉन अवार्ड और ISO प्रमाणन प्राप्त जिव्हाला संस्था (उमरखेड, जिला यवतमाल) ने अमेज़न और डोनेटकार्ट के विशेष सहयोग से यवतमाल जिले के उमरखेड तहसील के बाढ़ पीड़ित परिवारों को संपूर्ण किराना राशन किट का वितरण किया। यह वितरण उमरखेड के उपविभागीय अधिकारी श्री सखाराम मुले के हाथों किया गया।
गत अगस्त और सप्टेंबर महीने में यवतमाल जिले के इसापुर डैम कैचमेंट एरिया में भारी वर्षा हुई। डैम 100% क्षमता से भर जाने के बाद पैनगंगा नदी में पानी छोड़ा गया। इससे नदी किनारे के गाँवों में गंभीर बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई। कई गाँवों में घर, खेत, पशुधन और आवश्यक सामग्री का भारी नुकसान हुआ। कई परिवार बेघर और संकटग्रस्त हो गए। इस कठिन और संघर्षपूर्ण समय में 'आपदा कितनी भी बड़ी हो, जिव्हाला संस्था सेवा भाव से हमेशा खड़ी रहती है' - यह बात संस्था ने एक बार फिर साबित की।
संस्था की सेवाएँ आज भी लगातार जारी हैं। आपदा काल में जनता को राहत, सहारा और सहयोग देना ही जिव्हाला संस्था की असली ताकत है। संस्था के सदस्यों ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर ॲमेझॉन और डोनेटकार्ट से सहयोग की अपील की। संस्था के अध्यक्ष श्री अतुल लताताई राम मादावर ने बताया कि यवतमाल जिले के जिलाधिकारी विकास मीना, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शतीश मून, उपविभागीय अधिकारी सखाराम मुळे और तहसीलदार श्री राजेश सुरडकर के मार्गदर्शन में जिव्हाला संस्था पिछले एक माह से दिन-रात कार्यरत है।
ॲमेझॉन और डोनेटकार्ट की ओर से बाढ़ पीड़ित परिवारों को संपूर्ण राशन किट (आटा, चावल, तेल, मसाले, नमक, चीनी, तूर दाल, चटनी, हल्दी आदि आवश्यक वस्तुएँ) तथा शेल्टर किट (तिरपाल, पानी की बाल्टी, मच्छरदानी, पेस्ट, ब्रश, कपड़े व नहाने के साबुन, बैग, रस्सी, महिलाओं के लिए सेनेटरी पैड आदि) हजारों परिवारों में वितरित की गई। इस सहयोग के लिए संस्था के अध्यक्ष अतुल लताताई राम मादावर ने अमेज़न और डोनेटकार्ट का हार्दिक आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में उपविभागीय अधिकारी सखाराम मुळे ने जिव्हाला संस्था की टीम की सराहना करते हुए कहा कि ॲमेझॉन और डोनेटकार्ट की मदद से हमारे क्षेत्र के बाढ़ पीड़ित परिवारों को राहत मिली है।
इस अवसर पर तहसीलदार राजेश सुरडकर, गटविकास अधिकारी किरण कोलपे, नायब तहसीलदार राणे, तालुका आपदा अधिकारी गणपत तिडके, लाभार्थी महिला-पुरुष तथा जिव्हाला संस्था के सभी स्वयंसेवक – चंद्रकांत खेवलकर, श्रीकांत शहा, रोहित अलमुलवार, रामकृष्ण जांगीड, पुजारीलाल भारती, राजू सुनेवाड, दुर्गाजी जंगले, ज्ञानेश्वर शिंदे आदि उपस्थित रहे।