उभरते सितारे में 'परीक्षा की तैयारी'
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नागपुर। आज बच्चों से ज्यादा उनके माता-पिता को समझना होगा कि बच्चों की तैयारी कैसे करनी है। एजुकेशन साइकोलॉजी में बताया जाता है कि, बच्चों को कैसे पढ़ाना चाहिए। आज माता-पिता बच्चों से ज्यादा उम्मीद करते हैं कि, बच्चों को पूरा सबकुछ आना चाहिए। पालकों ने सबसे पहले बच्चों की पढ़ाई के समय के लिए एक प्लान तैयार करना चाहिए उनकी उम्र के अनुसार। और सबसे पहले उन्हें उनके प्रिय विषय को पढ़ने देना चाहिए।
बच्चों को रटने की आदत की जगह उनका कॉन्सेप्ट क्लीयर किया जाए ताकि वह किसी भी विषय को अच्छे से समझ लें। माता-पिता ने बच्चों की तुलना दूसरे बच्चों से नहीं करना है बल्कि, हर बात पर उनसे चर्चा करना है, उनके खानपान का ध्यान रखना है, सेहत की ओर ध्यान देना है, और उन्हें किसी भी तरह से तनाव में नहीं आने देना है। इस तरह की और भी अच्छी अच्छी बातें प्रिंसिपल सुश्री रेखा पाटील जी ने बच्चों और उनके अभिभावकों को समझाई।
विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का नवोदित प्रतिभाओं के लिए लोकप्रिय उपक्रम 'उभरते सितारे'। जिसके अंतर्गत मनोरंजन और ज्ञानवर्धक 'परीक्षा की तैयारी' कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें सुपरिचित शिक्षाविद सुश्री रेखा रामदास पाटील जी अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। इनका सम्मान स्वागतवस्त्र और मोमेंटो देकर किया गया।
सर्वप्रथम, कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए सहयोगी प्रशांत शंभरकर ने परीक्षा की तैयारी के अंतर्गत काफी महत्वपूर्ण टिप्स दिए कि, कैसे रिवीजन करना चाहिए। कैसे मन और मस्तिष्क को एकाग्र करना चाहिए। इस अवसर पर कृष्णा कपूर और राज चौधरी ने भी अपने विचार रखें।
तत्पश्चात, बच्चों ने भी परीक्षा की तैयारी के बारे में बात चित के साथ साथ शानदार प्रस्तुतियां दी। हर्षाली हरणे, कृतिका बलवानी, पुलस्त्य तरारे, राम बागल, देवांशी पटनायक, सुनीता हरणे, आनंद डोंगरे, भव्या अरोरा ने शानदार गीतों की प्रस्तुति दी। देवांशी पटनायक ने सुंदर नृत्य भी किया ।
प्रतिभाशाली बच्चों की प्रस्तुतियों को योगिता तरारे, किरण बलवानी, देवस्मिता मानस पटनायक, मिनाक्षी केसरवानी, आशा वेदप्रकाश अरोरा, गणेश ठाकुर, दादा अवतारे, सुहास तिरपुडे, प्रीति अभिजीत बागल, वैशाली मदारे आदि ने खूब सराहा। कार्यक्रम का कुशल संचालन संयोजक राज चौधरी ने किया। तथा, कार्यक्रम में सहयोग प्रशांत शंभरकर ने किया। ध्वनि व्यवस्था विनोद पांडे ने संभाली। उपस्थित दर्शकों, अभिभावकों और कलाकारों का आभार संयोजक राज चौधरी द्वारा व्यक्त किया गया।