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मेरा किसन

आज उमंग है मन में क्यूंकि किसन मुस्कुरा रहे थे। बात कुछ इस तरह की है - एक दिन मैं अपनी धुन में गाड़ी चला रहा था। गाड़ी तेज रफ़्तार में थी. अ...

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सारा जहाँ

लघु कथा… वैसे भी आज रक्षाबंधन था, और पुर्णीमा का दिन होने के कारण, आज सुबहही मेरे बहन ने मुझे राखी बांधी । मैने भी पाच सौ रुपये थाली मे डाले...

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पराया

साहेब, कुछ पता चला क्या? या कोई फोन आया क्या? बेचैन देवधर ने डॉ. सुमन से पूछा. पागलखाने के अधिक्षक डॉ.सुमन ने कहा- हम निरंतर प्रयत्न कर रहे ...

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