चुनौती का सामूहिक मुकाबला जरुरी : डीसीपी साहू
कोरोना काल में मिले आराम का दुरुपयोग न हो
इंडियन सोसायटी आफ क्रिमिनोलाजी की नागपुर इकाई का पदारोहण
नागपुर। कोरोना महामारी के संकट ने नई समस्याओं के साथ सबक भी दिया है। बाल अपराध से लेकर घरेलू हिंसा व धोखाधड़ी के प्रकरण बढ़े हैं। कोरोना काल में मिले आराम का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। नकारात्मकता हिंसा को बढ़ावा देती है। कोरोना को लेकर उपजी नई चुनौती के मुकाबले के लिए सामूहिक प्रयास जरुरी है।
शहर पुलिस के परिमंडल 2 की उपायुक्त विनीता साहू ने यह विचार रखे। उन्होंने आव्हान किया कि अपराध नियंत्रण के लिए पुलिस के सहयोग के लिए सामाजिक संस्थाएं आगे आए। गुुरुवार को इंडियन सोसायटी आफ क्रिमिनोलाजी की नागपुर इकाई का पदारोहण हुआ।
इसी मौके पर कोरोना महामारी के दौरान मनोसामाजिक आपराधिक प्रवृति व रोकथाम के उपाय पर परिचर्चा में बतौर मुख्य अतिथि उपायुक्त साहू बोल रही थी। नागपुर में आपराधिक वारदातों की स्थिति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अपराध को बढ़ावा देनेवाली सेवा सुविधाओं विशेषकर इंटरनेट व सोशल मीडिया पर नियंत्रण होना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के सलाहकार डॉ.सुनील खापर्डे ने की । मुंबई के धारावी क्षेत्र में कोविड 19 नियंत्रण के प्रयासों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना के अलावा अन्य रोगों के उपचार पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
धारावी में यही किया गया। वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश दुबे ने कहा कि राजनीति व धर्म के प्रभाव में कई बार समाज व सामाजिक संगठनों की दिशा भ्रमित होने लगती है। कोरोना काल में समाज को भ्रमित करने का प्रयास साफ दिखा है। बालरोग विशेषज्ञ डॉ.उदय बोधनकर ने कहा कि अपराध नियंत्रण के लिए संस्थाओं को मिशन व िवजन के साथ काम करना चाहिए।
मनोरोग विशेषज्ञ डॉ.सागर चिददरवार ने कहा कि कोरोना के समय जान से अधिक हैसियत व राेजगार खोने का भय दिखा। सोशल वर्क के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.केशव वालके ने कहा कि समाज विकास के लिए समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने की आवश्यकता है। कोरोना काल में वन क्षेत्र के नागरिक सरकारी सहायता के लिए तरसते रह गए।
राजे मुधोजी भोसले ने कहा कि कोरोना ने भारतीय संस्कृति के भी दर्शन कराए है। किचन तक पहुंचनेवाले जूते, दरवाजे से दूर ही उतरने लगे है। अजय पांडे ने अपराध के कारणों पर प्रभाव डाला। राजनीति,धर्म के नाम पर भ्रम से दूर रहने का आव्हान किया। बेरोजगारी का अपराधिक प्रवृत्ति का मुख्य कारण माना।
कार्यक्रम का संचालन डॉ.नंदकिशोर भगत ने किया। प्रस्तावना डाॅ.केशव वालके ने रखी। आभार प्रदर्शन आनंद निर्बाण ने किया। इंडियन सोसायटी आफ क्रिमिनोलाजी की नागपुर इकाई के संरक्षक डॉ.उदय बोधनकर, सहसंरक्षक आनंद निर्बाण, सहसंरक्षक डॉ.केशव वालके, संयोजक डॉ. नंदकिशोर भगत, सहसंयोजक आनंद देशपांडे, कोषाध्यक्ष प्रो. अभय शेंडे, काउंसिल मेंबर अजय मार्डीकर, राजे मुधोजी भोसले, रमेश मेहता, अजय पांडे, युवराज अटोने, जोगेंद्र ठाकुर, योगिता खान ने पदग्रहण किया।