सखी मंद झाल्या तारका...
प्रशंसकों ने मराठी गीतों की संगीतमय शाम का अनुभव किया
नागपुर। अस्सल मराठी गीतों का संगीतमय तड़का शनिवार को स्वर साधना द्वारा प्रस्तुत किया गया। प्रशंसकों ने इस मधुर गीतों के कार्यक्रम की सराहना कि। कार्यक्रम की परिकल्पना नागपुर के सुप्रशिद्धा संगीत प्रेमी सुनील गजभिए, पुरुषाेत्तम पांडे और नरेंद्र भांडारकर ने की। स्वर साधना म्यूजिकल इवेंट्स और अशोक रेड्डी इवेंट्स की ओर से शनिवार को "स्वर गंध अस्सल मराठी बाणा" का आयोजन किया।
सुप्रशिद्ध निवेदिका ज्योति भगत ने इस मौके पर अयोध्या नगर स्थित हारमोनिक स्टूडियो में आयोजित कार्यक्रम का अप्रतिम मंच संचालन किया । इस अवसर पर गायक प्रशांत भिंगारे, राजू व्यास मुकुल पांडे, श्रुति चौधरी, लक्षती काजलकर ने विभिन्न मराठी गीत प्रस्तुत किया ।कार्यक्रम की शुरुआत संविधान गीत से हुई। प्रशांत ने भक्ति गीत 'नाथा घरी नाचे माझा पांडुरंग' गाया जबकि श्रुति ने अमृतवाणी बुद्धाची का प्रदर्शन किया।
प्रशांत और मुकुल का शिवनेरी पर आधारित गीत शिवनेरीवर शिवबा जन्मला को दर्शकों ने खूब सराहा। अधिर मन झाले, स्वर गंगेच्या काठावरती, कारे दुरावा कारे अबोला, सखीमंद झाल्या तारका, स्वप्नात साजना येशील, गोमु संगीतनं कुछ ऐसे मधुर मराठी गीत थे जो गायकों द्वारा प्रस्तुत किए गए । कार्यक्रम का समापन प्रशांत भिंगारे द्वारा प्रस्तुत सजल नयन गीत के साथ हुआ।
कार्यक्रम की सफलता में हार्मोनिक स्टूडियो के निदेशक राजू चापड़े का भी योगदान रहा। राधाकृष्ण अस्पतालों के आर के पोद्दार के शिवेंद्र, अशोक रेड्डी, माइकल कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान रहा।