रूप तेरा मस्ताना...
रजनीगंधा के गायकों ने बिखेरा जलवा
नागपुर। रूप तेरा मस्ताना, समा है सुहाना, जैसे रजनीकांत के गायकों ने बॉलीवुड फिल्मों के लोकप्रिय गाने गाकर फेसबुक पर अपनी आवाज का जलवा बिखेरा। दर्शकों ने लाइक और कमेंट के माध्यम से गायक के गायन की सराहना की। रजनीगंधा म्युझिक अनलिमिटेड द्वारा रविवार को एक संगीत कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम की परिकल्पना रजनीगंधा के निदेशक राजेंद्र पडोले और परिणीता मातुरकर ने की थी। समन्वयक धनश्री भगत थे, जबकि प्रशांत और मंजूषा मानकर मार्गदर्शक थे। इस अवसर पर विभा रोकडे, सुनील सूभेदार, अनुराधा पाटिल, अर्चना और सुहास अंबुलकर, संदीप और शीतल मल्लिक, सुषमा और प्रदीप गौड़, क्षितिज और प्रीति श्रीवास्तव उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत क्षितिज के गीत समा है सुहाना सुहाना से हुई। उन्होंने ओ हंसिनी के गाने को प्रस्तुत कर बडी मस्ती की। राजेंद्र ने सौ बार जनम लेंगे, फिटे अंधाराचे जाळे प्रदीप अडूळकर गोमू संगतीनं माझ्या तू येशील का जैसे हिंदी और मराठी गीतों का प्रदर्शन किया।
दिल में तुझे बिठाके, रात कली एक ख्वाब, परी हूं मै, हो गये दिवाने, ये चांद सा रोशन चेहरा, मुंगडा मुंगडा जैसे गाने भी गायकों द्वारा प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम की समाप्ति प्रदीप गौर द्वारा गाए गीत 'जनम जनम का साथ' से हुई। प्रशंसकों ने दिल खोलकर गायकों को सराहा और उनकी गायकी का आनंद लिया।