स्व. वसंतराव नाईक ने आधुनिक तकनीकें किसानों तक पहुंचाई : डॉ. मायी
धीरज जुनघरे 'प्रगतिशील शेतकरी' पुरस्कार से सम्मानित
नागपुर। वसंतराव नाईक फाउंडेशन व वनराई फाउंडेशन, नागपुर द्वारा तथा रोटरी क्लब ऑफ नागपुर के सहयोग से आयोजित स्व. वसंतराव नाईक स्मृति 'प्रगतिशील शेतकरी' पुरस्कार समारोह में डॉ. सी. डी. मायी ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि स्व. वसंतराव नाईक ने आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए वैज्ञानिकों से विभिन्न प्रयोग कराकर किसान हित की केवल योजनाएं ही नहीं बनाईं बल्कि उन्हें किसानों तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण कार्य भी किया।
मंच पर नई दिल्ली के कृषि वैज्ञानिक चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सी. डी. मायी, वरिष्ठ पत्रकार मधुकर भावे सहित विधायक नीलय नाईक, कार्यक्रम के अध्यक्ष व वनराई फाउंडेशन के ट्रस्टी डॉ. गिरीश गांधी, वनराई के अजय पाटिल व नीलेश खांडेकर उपस्थित थे। संतरा उत्पादन में तथा पानी में नई तकनीक का उपयोग कर विभिन्न प्रयोग करने वाले जिले के प्रयोगशील किसान धीरज जुनघरे का इस मौके पर सत्कार किया गया।
डॉ. मायी ने जुनघरे के कार्यों की प्रशंसा की तथा स्व. वसंतराव नाईक के कृषि संबंधी कार्यों पर प्रकाश डाला। डॉ. गिरीश गांधी ने वैज्ञानिकों व किसानों की दर्दशा का जिक्र करते हुए कहा कि कृषि से संबंधित प्राध्यापकें को कृषि के बारे में उतनी अधिक रुचि नहीं है। वसंतराव नाईक द्वारा राज्य में 4 कृषि विवि स्थापना के बारे में डॉ. गिरीश गांधी ने ने जानकारी दी।
प्रास्ताविक में नीलय नाईक ने कहा कि वसंतराव नाईक ने स्वयंपूर्ण महाराष्ट्र बने, प्रगति करे इसके लिए प्रयास किए। नाईक के खून में ही कृषि, पानी, मिट्टी थी। कार्यक्रम का कुशल संचालन अजय पाटिल ने किया।