Loading...

रंगारंग रहा गीतों का गुलदस्ता


अभिनंदन मंच में ज्येष्ठ नागरिकों का सम्मान

नागपुर। विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन के उपक्रम अभिनंदन मंच, ज्येष्ठ नागरिकों का सम्मान के अंतर्गत कार्यक्रम गीतों का गुलदस्ता का आयोजन हिंदी मोर भवन, झांसी रानी चौक में किया गया प्रमुख अतिथि शरद त्रिवेदी सेवानिवृत्त जिला व सत्र न्यायाधीश नागपुर उपस्थित थे। इस अवसर पर उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन की ओर से आयोजित अभिनंदन मंच ज्येष्ठ नागरिकों के लिए उत्साहवर्धक है। ऐसे आयोजन सतत् होने चाहिए ताकि ज्येष्ठ नागरिकों का उत्साहवर्धन होता रहे। मोर हिंदी भवन के अर्पण सभागृह में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने आयोजकों का हृदय से धन्यवाद देते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में ज्येष्ठ नागरिकों ने एक से बढ़कर एक गीत प्रस्तुत कर समा बांधा। 

दिल को छू लेने वाले ऐसे कार्यक्रम से मानसिक तनाव दूर होते हैं ज्येष्ठ नागरिकों ने जो प्रस्तुतियां दी हैं वह सराहनीय है कार्यक्रम का संयोजन  डा.कृष्ण कुमार द्विवेदी ने  व संचालन डॉ. विनोद नायक ने किया। प्रारंभ में अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर मां सरस्वती की फोटो पर माल्यार्पण किया। सरस्वती वंदना भारती रावल ने प्रस्तुत की। गीत स्पर्धा के निर्णायक आदेश जैन रितु जरगर रहे। जरगर ने कहा कि ज्येष्ठ नागरिकों के लिए गीत संगीत के ऐसे कार्यक्रम फायदेमंद है, गीतों का गुलदस्ता कार्यक्रम में प्रथम पुरस्कार प्रदीप जानवी, द्वितीय पुरस्कार एडवोकेट मदर खंडार, तृतीय पुरस्कार हेमंत गंडोले, एवं सांत्वना पुरस्कार दिलीप खापरे, भारतीय रावल, मिलिंद नंदगवली को प्रदान किया गया। इस स्पर्धा में 40 प्रतियोगियों ने भाग लिया। 
चंद्रप्रकाश त्रिवेदी ने कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है। अशोक गांधी ने डमडम डिगा डिगा। सुमित हुमने ने मुझे रात दिन, बस मुझे चाहती हो। अमित शाह ने लग जा गले। श्रीपाद देशमुख ने दिल जानता है। प्रदीप जानवी ने यार हो यार। हेमंत गंडोले ने पल-पल दिल के पास। रीता तिवारी ने अंखियों के झरोखे से। गोविंद राठी ने होठों से छू लो तुम। भारती रावल ने तेरा मेरा प्यार अमर।  संगीता ने रहे ना रहे हम। शोभना दुबे ने ओ सजना। दिलीप खपरे ने आप आए तो ख्याल आया। सुधा काशिव ने तू मेरी जिंदगी है। दीपक जरगर ने मेरे नैना सावन भादो। श्रीमती रश्मि मिश्रा ने यह दिल। समीर पठान ने कहीं दूर जब दिन ढल जाए। अल्फा ताल्विया ने जवानी जानेमन गीत प्रस्तुत कर समा बांध दिया। करण साहू, बबीता नहातो, अजय राठी, दिलीप फुलवानी, माया शर्मा, सुभाष देवडे, सुरेश त्रिवेदी, मिलिंद नंदगवली, पूनम पाड़िया, पुष्पा मानकर, रीता तिवारी, सुधीर मेश्राम, विजय देशकर, देवयानी बांगणकर, सुमित हुमने, खेमचंद चौखंडरे, राजू गायकवाड ने भी अपनी प्रस्तुति दी। इस अवसर पर काफी संख्या में ज्येष्ठ नागरिकों व संगीत प्रेमियों की उपस्थिति रही
समाचार 4606467646573799889
मुख्यपृष्ठ item

ADS

Popular Posts

Random Posts

3/random/post-list

Flickr Photo

3/Sports/post-list