थैलेसीमिया की रोकथाम के लिए देश में एक रोकथाम कार्यक्रम समय की आवश्यकता: डॉ. विंकी रूघवानी
https://www.zeromilepress.com/2025/05/blog-post_47.html
नागपुर। थैलेसीमिया एवं सिकलसेल सेंटर नागपुर ने एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स नागपुर एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सहयोग से 8 मई को थैलेसीमिया एवं सिकलसेल रोगियों और उनके अभिभावकों के लिए विश्व थैलेसीमिया दिवस का आयोजन हरदास हॉल, आईएमए नागपुर में किया।
इस कार्यक्रम में डॉ. विंकी रूघवानी, डॉ. उदय बोधनकर, डॉ. शिल्पा हजारे, डॉ. राजेश सावरबांधे, डॉ. कैलाश वैद्य, डॉ. अतिश बखाने, डॉ. पंकज द्विवेदी, डॉ. जितेन्द्र साहू और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। बड़ी संख्या में मरीजों और उनके अभिभावकों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
उद्घाटन समारोह के दौरान एक जन मंच का आयोजन किया गया, जिसमें थैलेसीमिया एवं सिकलसेल सेंटर नागपुर के निदेशक डॉ. विंकी रूघवानी ने थैलेसीमिया रोगियों के इलाज और प्रसवपूर्व परामर्श की आवश्यकता के बारे में सभा को संबोधित किया। उन्होंने देश में सिकलसेल मिशन की तरह थैलेसीमिया मिशन शुरू करने की आवश्यकता पर बल दिया। एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स नागपुर के संरक्षक डॉ. उदय बोधनकर ने थैलेसीमिया की रोकथाम हेतु कुंडली मिलान की बजाय विवाह पूर्व HPLC रिपोर्ट मिलान की महत्ता पर बल दिया।
एओपी नागपुर की अध्यक्ष डॉ. शिल्पा हजारे ने कहा कि सभी संस्थाओ को सरकार से अपील करनी चाहिए कि वह बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए अधिकतम निधि प्रदान करे, क्योंकि यह बच्चों के लिए एक उपचारात्मक विकल्प है। आईएमए नागपुर के अध्यक्ष डॉ. राजेश सावरबांधे ने ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। डॉ. पंकज द्विवेदी ने आयरन चिलेशन थेरेपी के महत्व को समझाया। हेमेटोलॉजिस्ट डॉ. अतिश बखाने ने बोन मैरो ट्रांसप्लांट और जीन थेरेपी के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान थैलेसीमिया योद्धाओं द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं। शैक्षणिक और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले थैलेसीमिया योद्धाओं को सम्मानित किया गया। सभी थैलेसीमिया बच्चों को प्रेम के प्रतीक स्वरूप उपहार दिए गए। एक थैलेसीमिया बच्चे का जन्मदिन केक काटकर मनाया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रनोती बागड़े ने किया। एओपी नागपुर के सचिव डॉ. कैलाश वैद्य ने धन्यवाद प्रस्ताव देकर मंच का समापन किया।