समाजसेवी अरविंदकुमार रतूड़ी की क्रीड़ा क्षेत्र में लीगल सेल पर नियुक्ति
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नागपुर/ नासिक महाराष्ट्र एसोशिएशन ऑफ रोलर स्पोर्ट्स कोचेस की 10 जून को नासिक महाराष्ट्र में राज्य स्तरीय बैठक आयोजित की गई और विभिन्न खेल विषयों पर गंभीर चर्चा की गई इस मौके पर नागपुर विदर्भ के सुप्रसिद्ध समाजसेवी और राष्ट्रीय - अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार संरक्षण कार्यकर्ता तथा सामाजिक संगठनों किंग कोबरा आर्गेनाइजेशन यूथ फोर्स, राष्ट्र निर्माण की और दो क़दम, नारी शक्ति एक सम्मान, पशु क्रूरता के खिलाफ जंग, राष्ट्रीय धर्म सर्वोपरि नागपुर महाराष्ट्र, राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार संरक्षण भारत के संस्थापक अध्यक्ष अरविंदकुमार रतूड़ी को सर्वसम्मति से महाराष्ट्र एसोशिएशन ऑफ रोलर स्पोर्ट्स कोचेस (एम. ए.आर.एस.सी) के लीगल सेल के पदाधिकारी पद पर नियुक्त किया गया।
यह नियुक्ति रतूड़ी जी के लगभग 30 सालों से देश भर में विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे निःशुल्क, निस्वार्थ, निर्भीक, निष्पक्ष सर्व धर्मीय सर्व कर्मिय जनसेवा देश- समाज और प्राणी सेवा को देखते हुए दी गई है। ज्ञात हो कि अरविंदकुमार रतूड़ी को इतनी कम उम्र में अभी तक राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय शासकीय गैर शासकीय लगभग 3500 के आस- पास कई प्रतिष्ठित सम्मान और पुरस्कार भी मिल चुके है और रतूड़ी जी लगभग 45 राष्ट्रीय- अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक संगठनों में राष्ट्रीय - अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व करते हुए अपनी बहुमूल्य सेवाएं दे रहे है और उसी प्रकार कई शासकीय संवैधानिक संस्थाओं का प्रतिनिधित्व भी राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर करते हुए आ रहे है।
अपनी नियुक्त किए जाने पर अरविंदकुमार रतूड़ी ने कहा कि मैं हमेशा बिना किसी स्वार्थ आर्थिक लाभ और किसी भी प्रकार की द्वेश भावना न रखते हुए अपनी नैतिक जिम्मेदारी का निर्वहन करता हूं और आखरी सांसों तक करता रहूंगा तथा खेल जगत में होने वाली विभिन्न क्षेत्रों की समस्याओं को संवैधानिक अधिकार और तरीके से सुलझाने और समझने की पूरी कोशिश करूंगा और खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों, क्लबों तथा खेल में शामिल विभिन्न क्षेत्रों के लोगों, पदाधिकारियों की समस्याओं का संवैधानिक तरीके से समाधान करते हुए खेल जगत में राजनीति को हावी नहीं होने दूंगा। इस मौके पर एसोसिएशन के सर्वश्री मोरे, गजेन्द्र बंसोड, रूपेश माटे, मनीष बैश्वारे, जोशी के अलावा महाराष्ट्र राज्य के विभिन्न हिस्सों के पदाधिकारी उपस्थित थे।