Loading...

मेरे कृष्णा

                               

तुमसे ही आस है
तुम पर ही विश्वास है
ओ मेरे कृष्णा तू मेरे लिए 
बहुत ही  खास है। 

तू ही मेरा सखा 
तू ही मेरा हमदर्द है 
कृष्णा तेरे साथ रहकर 
जीवन में उल्लास है। 

तेरा ही भजन गाऊँ मै 
तेरे लिए ही पकवान बनाऊ मैं 
कृष्णा तेरे दर पर मैं 
बार-बार प्रेम से शीश नवाऊ। 

तेरी लीला है निराली 
तेरी मुस्कान पर दुनिया वारी 
सदा तू रहे मेरे साथ 
दिखता रहे सदा मुझे सत्य का मार्ग। 

तुझसे  मेरी यही है आस 
जीवन है जब तक रहे सदा साथ तू 
राधा जैसे मुझे प्यार करना 
सुख- दु:ख में मेरे साथ रहना।

- मिहूं अग्रवाल
   नागपुर, महाराष्ट्र
काव्य 1046440428037781329
मुख्यपृष्ठ item

ADS

Popular Posts

Random Posts

3/random/post-list

Flickr Photo

3/Sports/post-list