अपनी स्वर्णिम आभा के साथ ‘प्रथम रश्मि’ पुस्तक का लोकार्पण
https://www.zeromilepress.com/2025/07/blog-post_605.html
नागपुर/सिलीगुड़ी। भारत माता अभिनंदन संगठन सिलीगुड़ी शाखा के अंतर्गत श्रीमती ऋतु गर्ग द्वारा रचित ‘प्रथम रश्मि’ पुस्तक का लोकार्पण स्थानीय मां मंजू भवानी सभागार सिलीगुड़ी में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अंतर्राष्ट्रीय साहित्य सखी परिवार डॉ दीपिका सुतोदिया (गुवाहाटी), लोकार्पण कर्ता के रूप में डॉ. सविता मिश्रा प्रिंसिपल (विद्यासागर कॉलेज), वरिष्ठ साहित्य का डॉ. भिखी प्रसाद "वीरेंद्र", देवेंद्र नाथ शुक्ल, प्रमुख समाज सेवी रविंद्र जैन, अध्यक्ष हिंदी महाविद्यालय अजय साव एवं डॉ. ओम प्रकाश पांडेय ,डॉ.मुन्ना लाल प्रसाद ,डॉक्टर रहीम मियां , डॉ.कल्पना सिंह, डॉ. श्याम सुंदर अग्रवाल (प्रिंसिपल सिलीगुड़ी मॉडल हाई स्कूल), राष्ट्रीय कवि करण सिंह जैन, अर्चना शर्मा (एच. बी. विद्यापीठ प्रिंसिपल) बबीता अग्रवाल ‘कंवल’, किरण एवं भारत माता अभिनंदन संगठन शाखा संयोजक रविंद्र कुमार हवेलिया, नगर संयोजक सीमा अग्रवाल साह एवं सिलिगुड़ी अध्यक्ष अदिति गुप्ता और शहर की विशिष्ट जनों की उपस्थिति में वरिष्ठ साहित्यकार देवेंद्र नाथ शुक्ल की अध्यक्षता में कुमारी ज्योति भट्ट के संचालन में मां शारदे के सामने दीप प्रज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए किया गया।
बसंत करवा द्वारा मधुर वाणी में मां शारदे का वंदन किया गया। उपस्थित मंच आसीन जनों को खादा पहनाकर सम्मानित किया गया। श्रीमती दीपिका सुतोदीया एवं डॉ श्याम सुंदर अग्रवाल एवं बिंदु अग्रवाल और प्रतिमा जोशी द्वारा भी श्रीमती गर्ग को उनकी ‘प्रथम रश्मि’ पुस्तक लोकार्पण के लिए शुभकामनाएं देते हुए विशेष सम्मान से सम्मानित किया। मुख्य वक्ताओ द्वारा पुस्तक की गहन समीक्षा की गई एवं प्रथम रश्मि पुस्तक पर प्रकाश डालते हुए सभी ने ‘प्रथम रश्मि’ पुस्तक की सराहना करते हुए श्रीमती ऋतु गर्ग को शुभकामनाएं एवं आशीर्वचन दिए एवं लोकार्पण कर्ता डॉ सविता मिश्रा द्वारा पुस्तक पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कवयित्री कहीं पर भी हार नहीं मानती वह उत्साह दिखाते हुए आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है यह पुस्तक प्रथम रश्मि की तरह सभी के जीवन को प्रकाशित करेगी और यह पुस्तक सभी को अवश्य ही लेनी चाहिए। इसमें कवयित्री ने गहराई से अपने शब्दों को पिरोया है जिससे की सभी रचनाओं के द्वारा एक संदेश मिलता है। कवयित्री श्रीमति ऋतु गर्ग गृहिणी समाजसेवी साहित्यकार होने के साथ-साथ अनेक प्रकल्पों से भी जुड़ी हुई है, जिसका हमें और हमारे समाज को गर्व है।
विशिष्ट वक्ताओं द्वारा कहा गया की कवयित्री ने भरपूर प्रयास किया है, नवचेतना का अपनी रचनाओं के माध्यम से संदेश दिया है। यह पुस्तक बहुत ही सोच समझकर रचनाओं को संपादित करती है। मुख्य अतिथि श्रीमती दीपिका सुतोदीया के द्वारा कहा गया कि प्रार्थना और मातृ पितृ के समर्पण के साथ क्षितिज के उस पर हमें लेकर जाती है। श्रीमती ऋतु गर्ग द्वारा सभा में उपस्थित वरिष्ठ, विशिष्ट साहित्यकारों, समाजसेवी, बच्चों और प्रिंट मीडिया एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का आभार व्यक्त किया गया, जिन्होंने अपनी गरिमामई उपस्थित से कार्यक्रम को गौरवपूर्ण बनाया।18 जुलाई 2025 को एक यादगार दिन बनाने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया गया।
प्रथम रश्मि केवल एक किताब नहीं यह तो सृजन है शुरुआत है जहां पर भाव विकसित होते हैं और हमें प्रेरित करते हैं। ‘प्रथम रश्मि’ अमेजॉन पर भी उपलब्ध है। सभागार में उपस्थित सभी सदस्यों द्वारा श्रीमती गर्ग को बहुत- बहुत शुभकामनाएं और बधाई दी गई और सभी ने आशा व्यक्त की आने वाली दिनों में और नई रचनाओं के साथ श्रीमती गर्ग अपनी लक्ष्य को प्राप्त करे।