भारत का सबसे बडा कृषि प्रदर्शन : एग्रोविज़न
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नागपुर। एग्रोविज़न का 16वाँ आयोजन, जो देश का बड़ा कृषि सम्मेलन है, 21 से 24 नवंबर 2025 तक नागपुर के RTMNU कैंपस में हुआ था। इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय कृषिमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया और कई अन्य महत्वपूर्ण मेहमान भी मौजूद थे।
एग्रोविज़न 2025 का उद्देश्य किसानों, कृषि विशेषज्ञों, नीति-निर्माताओं, नवाचार करने वाले लोगों और दुनिया भर के उद्योग नेताओं को एक जगह लाना है, ताकि भारतीय खेती का भविष्य मिलकर बेहतर बनाया जा सके।
यहाँ लगभग 25,000 वर्ग मीटर का बड़ा प्रदर्शनी क्षेत्र था जहाँ नई तकनीकें, आधुनिक खेती के उपकरण, ऑटोमेशन और एआई(AI/IoT) जैसी स्मार्ट तकनीकों को दिखाया गया। 450 से ज्यादा संस्थाएँ इसमें भाग ली थी जिनमें एमएसएमई , एग्री -स्टार्टअप्स और पशुपालन से जुड़ी कंपनियाँ भी शामिल थी। साथ में एक एग्री इनक्यूबेशन सेंटर भी था।
सम्मेलन में 30 से अधिक वर्कशॉप हुवी जिन्हें 60 से ज्यादा कृषि विशेषज्ञ ने चलाएँ। ये वर्कशॉप किसानों को टिकाऊ खेती, मशीनों के सही उपयोग और डिजिटल खेती के बारे में उपयोगी जानकारी दी । सम्मेलन में विदर्भ में फूड प्रोसेसिंग, डेयरी, मछली पालन और बदलते मौसम के अनुसार खेती जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी चर्चा हुई।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि खेती में “नए प्रयोग और नए विचार बहुत ज़रूरी हैं।” उन्होंने किसानों को एआई(AI), ड्रोन, सूक्ष्म-सिंचाई, मिट्टी परीक्षण और डेयरी व बकरी-पालन जैसी दूसरी खेती अपनाने की सलाह दी, ताकि बदलते मौसम का सामना किया जा सके और किसानों की आय बढ़े। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को मिलकर आधुनिक खेती की तकनीकें अपनानी चाहिए, खर्च कम करना चाहिए और बायोचार, मशीनीकरण और सीएनजी, बायोफ्यूल और विद्युत ऊर्जा (EV) पर चलने वाले ट्रैक्टरों को बढ़ावा देना चाहिए, ताकि प्रदूषण कम हो और ईंधन की बचत हो सके।
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने “एक राष्ट्र, एक कृषि, एक टीम” की बात करते हुए कहा कि सरकार का लक्ष्य आत्मनिर्भर और मूल्य-आधारित कृषि व्यवस्था बनाना है। इसके लिए शोध संस्थानों, राज्य सरकारों और किसानों के बीच मिलकर काम करना जरूरी है, ताकि खेती को आधुनिक बनाया जा सके और उत्पादन बढ़ाया जा सके।
एग्रोविज़न 2025 का उद्देश्य है किसानों को आधुनिक तकनीक, नए कृषि उपकरण, और स्मार्ट फार्मिंग समाधानों से अवगत कराना। इस वर्ष के आयोजन में 500 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय एग्ज़िबिटर्स ने हिस्सा लिया था। साथ ही, कृषि यांत्रिकी, ऑर्गेनिक खेती, सिंचाई तकनीक, बीज तकनीक, डेयरी एवं पशुपालन से जुड़े स्टॉल्स भी लगाए थे।
एग्रोविज़न में मुख्य आकर्षण : आधुनिक कृषि मशीनरी का लाइव डेमो, प्रगतिशील किसानों की सफलता की कहानियाँ, स्मार्ट फार्मिंग पर विशेषज्ञों द्वारा कार्यशालाएँ, फसल बीमा, पीएम किसान योजना और सब्सिडी पर जानकारी, एग्री स्टार्टअप्स को विशेष मंच।
इस मेगा इवेंट में कृषि मंत्रालय, राज्य सरकार, ICAR, कृषि विश्वविद्यालय और विभिन्न निजी कंपनियाँ सहभागिता की थी। आयोजकों के अनुसार, पिछले साल की तुलना मे इस प्रदर्शनी में लाखो लोगों ने हिस्सा लिया था। एग्रोविज़न 2025 में उन किसानों के लिए सुनहरा अवसर था जो खेती को एक व्यवसाय के रूप में आगे बढ़ाना चाहते हैं। यहां उन्हें कृषि क्षेत्र में चल रहे ट्रेंड्स, सरकारी योजनाओं और निवेश के नए अवसरों की जानकारी मिली।
भारत का सबसे बडा कृषि प्रदर्शन एग्रोविज़न के सफलताओं के पिछे एग्रोविज़न फाउंडेशन के अध्यक्ष रवि बोराटकर सहित अन्य की कडी मेहनत का फल है।





