मूल्य शिक्षा और व्यावसायिक शिक्षा समय की मांग : बाल कुलकर्णी
https://www.zeromilepress.com/2025/12/blog-post_697.html?m=0
कान्होलीबारा के स्व. देवकीबाई बंग इंग्लिश मीडियम स्कूल में 'अतुल्य भारत' समारोह उत्साहपूर्वक संपन्न
नागपुर/हिंगणा। यहाँ स्थित स्व. देवकीबाई बंग इंग्लिश मीडियम स्कूल एवं जूनियर कॉलेज में 'अतुल्य भारत' (अतुल्य भारत) की संकल्पना पर आधारित वार्षिक स्नेह सम्मेलन 2025 अत्यंत आनंदमयी और उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। इस स्नेह सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए वरिष्ठ पत्रकार एवं प्रवक्ता बालासाहेब कुलकर्णी ने कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए केवल डिग्री की शिक्षा पर्याप्त नहीं है, बल्कि आज के दौर में व्यावसायिक शिक्षा और मूल्य शिक्षा वास्तविक आवश्यकता है।
उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हाल के दिनों में विद्यार्थियों में मोबाइल का उपयोग काफी बढ़ गया है, जिसे समय रहते कम करना जरूरी है, अन्यथा बच्चे मोबाइल के आदी हो जाएंगे। इसके लिए अभिभावकों को पहल करनी चाहिए और समाज के प्रबोधनात्मक कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए, ताकि वहां से मिले संस्कार हम अपने बच्चों तक पहुंचा सकें। कुलकर्णी ने अपने संबोधन में विशेष रूप से कहा कि हर व्यक्ति को जीवन में केवल एक अच्छा पाठक ही नहीं, बल्कि एक अच्छा श्रोता बनना भी उतना ही आवश्यक है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाराष्ट्र राज्य के पूर्व मंत्री एवं श्रीसंत गमाजी महाराज शिक्षण संस्था, हिंगणा के अध्यक्ष रमेशचंद्र बंग ने की। स्नेह सम्मेलन की शुरुआत विद्यार्थियों द्वारा मंगलमय गणेश वंदना से हुई, जिसके बाद विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने पूरे परिसर को उत्सवमय बना दिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व जिला परिषद सदस्य दिनेश बंग, हिंगणा तालुका खरीद-बिक्री संघ के उपाध्यक्ष हनुमान दुधबडे, कान्होलीबारा की सरपंच पल्लवीताई कुकडकर और उपसरपंच निशांत बोटरे उपस्थित थे।
विशेष अतिथि के रूप में संस्था की उपाध्यक्षा अरुणाताई महेश बंग, कोषाध्यक्ष महेश बंग, नेहरू विद्यालय के प्राचार्य शशिकांत मोहिते, प्राचार्य नितिन तुपेकर और प्रधानाध्यापक पुरुषोत्तम काटोले उपस्थित रहे।
इस स्नेह सम्मेलन में नन्हे विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत मनमोहक नृत्य, 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' धारावाहिक पर आधारित प्रहसन और क्रिसमस के उपलक्ष्य में प्रस्तुत 'गोवा थीम' दर्शकों को विशेष रूप से पसंद आई। इसके पश्चात विठ्ठल-रुक्मिणी पालकी का भक्तिमय दृश्य और छत्रपति शिवाजी महाराज के पराक्रम पर आधारित ऐतिहासिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।
इस दौरान उपस्थित लोगों द्वारा दी गई "जय भवानी, जय शिवाजी" की शिवगर्जना से पूरा परिसर गूंज उठा। कार्यक्रम की प्रस्तावना प्रधानाध्यापक संदीप कैलुके ने रखी, मंच संचालन नूतन काटावे और स्वाती घांगरेकर ने किया, जबकि आभार प्रदर्शन आश्लेषा मानकर ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए शिक्षकवृंद किरण बुधबावरे, आंचल सोमणकर, पायल धोंगडे, अश्विनी काले, विजया बुंडे, बाबा चंदनखेड़े, रितिका आदमने, समीक्षा वासकर, सोनाली लाड सहित सभी शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने विशेष परिश्रम किया।
