अनाथ बच्चों द्वारा निर्मित दिए व मटकी प्रदर्शनी का हुआ उद्घाटन
वीएसएसएस ने चीन के सामानों का किया बहिष्कार
नागपुर। आज शनिवार को मातृ शक्ति केंद्र की बच्चीयों द्वारा बनाए गए दिये, मटकी की प्रदर्शनी सिंधु भवन वर्धमान नगर में रखी गयी जिसमे वीएसएसएस महाराष्ट्र के अध्यक्ष प्रताप मोटवानी ने रिबिन काट प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
वीएसएसएस पूर्व नागपुर महिला टीम ने निर्णय लिया कि मातृ शक्ति केंद्र की अनाथ बेटियां दिए और मटकी बनाती है। उनसे ही खरीद कर इस दीपावली में वीएसएसएस की सभी बहने इसका उपयोग करेंगी ताकि उनकी आर्थिक मदद और स्वयोजगार को प्रोत्साहन मिले।
सभी बहनों ने चीन के बने दियों और अन्य सभी सामानों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया। कार्यक्रम अध्यक्ष प्रताप मोटवानी का सत्कार पूर्व नागपुर महिला अध्यक्ष श्रीमती अर्चना छाबरिया, हितिशा मुलतानी, सुनीता जेसवानी ने किया।
मोटवानी ने अपने संबोधन में कहा कि आप सभी बहनो ने अनाथ बेटियों के द्वारा दीवाली के लिए दिए लेकर उन लोगों की आर्थिक मदद की है और उनको मोटिवेशन कर आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा भी दी है। आप सभी को उनकी ढेर सारी दुआएं मिलेंगी वैसे भी दीपावली में घर के लिए दिए, मटकी खरीदने ही पड़ते है, बाजार से चीन निर्मित दिए खरीदने की जगह उन अनाथ बच्चियों से दिए खरीद कर आपने एक आदर्श प्रस्तुत कर समाज मे मिसाल कायम की है और मानवता का कार्य कर पुण्य कमाया है। आज सभी बहनो ने चीन निर्मित दिये या अन्य कोई भी समान नही खरीदने का संकल्प कर बहिष्कार करने का जो निर्णय लिया वह बेमिसाल है में आप सभी बहनों का इसके लिए अभिनन्दन करता हु।
मीता चावला और भावना दयानी ने अनाथ बच्चों द्वारा निर्मित दियो और मटकी महिला परिवारों को बिक्री कर सहयोग दिया।
इस अवसर पर महाराष्ट्र महिला टीम की कार्यकारी अध्यक्ष डॉ हिना मुनियार, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एडवोकेट मीरा भमभवानी, नागपुर वीएसएसएस के महासचिव महेश ग्वालानी, पूर्व नागपुर की अध्यक्ष अर्चना छाबरिया, उपाध्यक्ष मीता चावला, महासचिव हितिशा मुलतानी, विदर्भ टीम महिला अध्यक्ष कंचन जगयासी उपाध्यक्ष नीलम आहूजा महासचिव रिचा केवलरमानी, नागपुर महिला टीम की कार्याध्यक्ष विद्या बाखरू, महासचिव पूजा मोरयानी, युवा टीम से शिल्पा तलरेजा, सुनीता जेसवानी, करिश्मा मोटवानी, रितिका भोजवानी, भावना दयानी, पार्वती ग्वालानी, साक्षी थारवानी, अनिता नागवानी, विधि सुगंध, सुमन आहूजा सहित अन्य बहने उपस्तिथ होकर सभी सामग्री खरीद की। अंत मे महेश ग्वालानी ने आभार माना।