Loading...

समाज सेविका ने देखा खुशी का वह पल..


समाज सेविका ने देखा खुशी का वह पल..

नागपुर। हर एक इंसान का बचपन कुछ अधूरे ख्वाब, कुछ सपनों से शुरुआत होती है, जैसे - जैसे बड़ा बड़ा त्यौहार आते जाता है बच्चों में एक खुशी की लहर देखी जाती है कि अभी दिवाली आ रही है तो मुझे नए कपड़े मिलेंगे मिठाई मिलेगी। 

कुछ फुलझड़ी पटाखे जलाने मिलेंगे, लेकिन घर की खराब परिस्थिति के कारण हम को अभी जो छोटे बच्चे उनके ख्वाब और सपने सिर्फ और सिर्फ अधूरे रह जाते हैं, कितनी भी खराब परिस्थिति रहे लेकिन हर एक मां बाप अपने बच्चों के लिए कुछ ना कुछ बच्चों की खुशियां बटोरने  की कोशिश करते हैं। लेकिन आज वह कोशिश भी उनकी नाकामयाब होती नजर आ रही है, कोरोना महामारी के वजह से सब की आज की जो परिस्थिति है बहुत ही पीड़ा दायक है। 

आज वह चाह कर भी अपने बच्चों की खुशियां पूरी नहीं कर पाते। ऐसी स्थिति में नागपुर की समाज सेविका अनीशा शेख ने और शेख मुख्तार उनकी समस्याओं को समझा और उन्हें आश्वासन दिया कि जल्दी ने नए कपड़े मिठाई और पटाखे पहुंचाने की पूरी कोशिश करेंगे। 

इनके वहां जाने से ही बच्चों में खास खुशी देखने को मिली। और इन्होंने उस बस्ती के बच्चों को एनर्जी बूस्ट चॉकलेट वितरित किया। बच्चों से ज्यादा इनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था।

सामाजिक 3910963568229758555
मुख्यपृष्ठ item

ADS

Popular Posts

Random Posts

3/random/post-list

Flickr Photo

3/Sports/post-list