किसान आंदोलन भड़काने का हो रहा प्रयास : गडकरी
नागपुर। राष्ट्रीय महामार्ग यातायात, परिवहन व एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने एक न्यूज चैनल के साथ चर्चा करते हुए विचार व्यक्त किये हैं कि केंद्र शासन द्वारा लाया गया कृषि विधेयक किसानों के हित में ही है और इस विधेयक में किये गये प्रावधानों से किसानों का हित ही होगा।
वर्तमान में किसानों जो आंदोलन शुरू है, इस आंदोलन को राजनीतिक रंग देकर किसानों को भटकाने का ही प्रयास है। गडकरी ने कहा कि कृषि कानून को लेकर किसानों में भ्रम फैलाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने अभी तक ग्रामीण और कृषि क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता दी है। कॉन्ट्रैक्ट फॉर्मिंग के प्रति भ्रामक प्रचार किया जा रहा है। इससे किसानों की खेती का सात बारा नहीं बदलेगा और कोई भी उनकी जमीन पर कब्जा भी नहीं करेगा। आज भी बटाई से खेती की जाती है। किसानों के पास बीज, खाद, औषधी व ड्रिप सिस्टम के लिए पैसा नहीं है।
विदर्भ के किसान तो आत्महत्या कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में कोई पैसा लगाकर किसानों को उनके लाभ में आधा हिस्सा देता हो तो वह किसानों का फायदा ही है। नये कानून से किसान किसान दलाली के चंगुल में आने से बचेगा। यह बताते हुए गडकरी ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य भी शासन ने प्रतिवर्ष बढ़ाया है। किसानों को हमेशा ही संरक्षण दिया है।
किसानों के लिए कई योजनाएं लाकर आर्थिक परेशानी से बाहर निकालने का प्रयास मोदी सरकार ने किया है। गत वर्ष 36 हजार करोड़ का कपास शासन ने खरीदी किया। 13 लाख करोड़ के कर्ज का प्रावधान भी किया है। यह सब किसान हित के ही निर्णय हैं किन्तु किसानों का आंदोलन अलग दिशा में मोड़कर किसानों को दिग्भ्रमित किया जा रहा है, यह राजनीति किसानों को समझनी होगी। किसानों की समस्या खुली चर्चा से हल हो सकती है। किन्तु किसान आंदोलन भड़काने के प्रयास शुरू हैं।