खरमास प्रारंभ मांगलिक कार्य बंद !
नागपुर। हिंदू पंचांग में खरमास 15 दिसंबर से प्रारंभ हो रहा है। इसी दिन सूर्य का धनु राशि में प्रवेश भी होगा। इसके साथ ही विवाह आदि मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे। भारतीय ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक नव ग्रहों के राजा सूर्य जब - जब देव गुरु बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश करते हैं, तो उस कालखंड को खरमास की संज्ञा दी जाती है।
धार्मिक मान्यता है कि इस दौरान तीर्थ यात्रा, पूजा- पाठ, पवित्र नदियों में स्नान करने से जातकों को पापों से मुक्ति मिलती है। बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य पंडित सतीश सोनी ने बताया कि कर्क, सिंह, तुला, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए यह परिवर्तन बेहद शुभ और सकारात्मक परिणाम देने वाला रहेगा।
खरमास का यह है वैज्ञानिक पक्ष सूर्य की तरह गुरु ग्रह में भी हाइड्रोजन और हीलियम की उपस्थिति रहती है। सूर्य की तरह इसका केंद्र भी द्रव्य से भरा हुआ है, जिसमें अधिकतर हाइड्रोजन ही है। पृथ्वी से 15 करोड़ किलोमीटर दूर स्थित सूर्य तथा 64 करोड़ किलोमीटर दूर स्थित बृहस्पति ग्रह में एक बार ऐसा समय आता है, जब बृहस्पति के कण काफी मात्रा में पृथ्वी के वायुमंडल में पहुंचते हैं। यह एक दूसरे की कक्षा में आकर अपनी किरणों को आंदोलित करते हैं। इसी को धार्मिक ग्रंथों में खरमास की संज्ञा दी गई है।