वतन लाइ जान घोरी नाटक को दर्शकों ने खूब सराहा
फेस बुक पर हुआ वर्ल्ड प्रीमियर
नागपुर। राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद देहृली व भारतीय सिंधू सभा के तत्वाधान में फेसबुक के सुहिंणा सिंधी एन. सी.पी.एस.एल व भारतीय सिंधू सभा राष्ट्रीय पेज पर सिंधी नाटक"वतन लाइ जान घोरी" महाराजा डाहिरसेन का वर्ल्ड प्रीमियर किया गया. इस नाटक को देश विदेश में सराहा गया.
भारतीय सिंधू सभा महासचिव पंडित दीपक शर्मा ने बताया कि सिंधुडी यूथ विंग नागपुर के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत इस नाटक के लेखक किशोर लालवानी है. और निर्माता निर्देशक तुलसी सेतिया थे। सिंध के अंतिम सम्राट महाराजा डाहिरसेन के बलिदान को दर्शाने वाले नाटक में राजा रायसहासी (कमल जग्यासी) का सुहांदी के साथ संवाद, प्रधानमंत्री चच (गुरमुख मोटवानी) को राज्य का भार सौंपना, बालक डाहिरसेन (जीतू जाराणी) को माता सुहांदी (मीरा जाराणी) द्वारा वीरता का पाठ पढ़ाना, गुरु(राजेश स्वामनानी) द्वारा तलवार बाजी सिखाना, महाराजा डाहिरसेन (दिनेश केवलरामानी) का युद्ध में जाना, छल कपट से डाहिरसेन का युद्ध में वध करना, महारानी लाडी (जया चेलानी ) को सेनापति (कमल मूलचंदानी ) द्वारा महाराजा की तलवार सौंपना, महारानी का महिला शक्ति के साथ युद्ध में जाना, दुश्मनों के साथ न आये अंत में जोहर कर अपने प्रांत त्यागना. महाराजा डाहिरसेन की सुपुत्रियों सूरज (लिया चेलानी) व परमल (संजना केवलानी ) को कासिम (परसराम चेलानी) की दरबार में अरब सिपाही (परमानंद कुकरेजा) व (चंदू गोपानी)द्वारा पेश करना, कासिम द्वारा दोनों राजकुमारियों को अरब खलीफा (तुलसी सेतिया) को नज़राने तौर पर तौफा भेजना।
राजकुमारियों द्वारा का ज़हर खाकर सिंध माता की जय इन जयकारों के बीच प्राणों की आहूति देना।जैसे देश भक्ति से परिपूर्ण व मार्मिक दृश्यों को सभी कलाकरों ने तुलसी सेतिया के निर्देशन में सशक्त अभिनय किया जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। साउंड रिकार्डिंग पवन तिवारी नागपुर, सूत्रधार व लाईट इफेक्टस हरीश माईदासानी, प्रिती केवलरामानी, मेकअप नकुल श्रीवास ने किया।