कोविड काल की स्कूल फीस इसी वर्ष निर्धारित करे सरकार : अग्रवाल
नागपुर। विदर्भ पेरेंट्स एसोसिएशन, जय जवान जय किसान संघटन व जागरूक पालक संघ का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल ने पालको की मांगों का एक ज्ञापन गृहमंत्री अनिल देशमुख व राष्ट्रवादी नेता प्रफुल पटेल से मिलकर दिया व मांग की लॉकडाउन के दौरान छात्रों की ३ माह की फीस माफ़ की जाये तथा शैक्षणिक वर्ष २०२० - २०२१ की स्कूलों की फीस में ५० % छूट दी जाए।
विदर्भ पेरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप अग्रवाल ने उन्हें बताया कि आज देश बहुत कठिन परिस्तिथि से गुजर रहा है। कोविड - १९ ने सभी की आर्थिक रूप से कमर तोड़ दी है।लॉकडाउन के चलते देश के सभी परिवार आर्थिक नुकसान का सामना कर रहे है। इस दौरान अपने आप को और परिवार को इस महामारी से बचाने में हर नागरिक जदोजहद कर रहा है। तक़रीबन प्रदेश की सभी स्कूले १० मार्च से बंद पड़ी है और छात्र अपने घर पर ही पढ़ने के लिए मजबूर है।
कई स्कूलों में परीक्षाएं भी नहीं हो पायी है अतः इस वर्ष मार्च से मई की फीस माफ़ की जाना आज की आवश्यकता है जिन पालको ने इन माह की फीस पहले ही भरदी थी उन्हें उसका क्रेडिट दिया जाए और वर्ष २०२० - २०२१ में उतना पैसा कम किया जाए। हाल ही में ऐसा देखने में आया है की कई CBSE स्कूलों ने फीस की मांग चालू कर दी है जो पूरी तरह मानवता के खिलाफ व गैरवाजिब है स्कूल संचालको को शर्म आनी चाहिए की प्रति वर्ष फीस के करोडो रुपये डकारने के बाद भी इस तरह के संकट काल में गैर जवाबदारी बर्ताव कर रहे है रहा है।
महाराष्ट्र सरकार ने शिक्षा राज्यमंत्री मा बच्चू कडु ने नागपुर की १५ स्कूलों का सरकारी ऑडिट करने का आदेश दिया है जिसमे यह बात सामने आयी है की इन २ वर्षो में इन स्कूलों ने तक़रीबन १०० करोड़ की गैर क़ानूनी वसूली पालको से की है। हमारा निवेदन है की यह ऑडिट वर्ष २०११ से २०२१ तक का किया जाये क्युकी महाराष्ट्र में फीस एक्ट २०११ से लागु हुवा था। जय जवान जय किसान संघटन के अध्यक्ष प्रशांत पवार ने मांग की कि शैक्षणिक वर्ष २०२० - २०२१ में ५० प्रतिशत की रियायत दी जाए तथा लॉकडाउन के दौरान मार्च से मई तक की पूरी फीस माफ़ की जाए तथा जिन पालको ने इन माह की फीस भर दी है उन्हें उसका क्रेडिट दिया जाए।
ऐसा स्पष्ट आदेश महाराष्ट्र सरकार द्वारा दिया जाये ताकि स्कूले बेवजह पालको को परेशान न कर पाए। जागरूक पालक समिती के अध्यक्ष नितिन नायडू ने कहा कि इस वर्ष का फीस का मामला इसी वर्ष में समाप्त हो जाये ऐसा हमारा निवेदन है अतः आपसे निवेदन है की उपरोक्त विषय पर तुरंत कार्यवाही करे। इस अवसर पर संजय शर्मा, भवानी प्रसाद चौबे, भरतराम पांडे, संदीप सौरभ, अनुज जैन, मोहन कोठेकर, जगदीश मंगलानी, राजेश अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, डॉ सरकार, अनिल जैसवाल, राजू जोशी, वेंकटराव, नरेंद्र तभाने, फूलचंद, पंकज कालभन्धे, प्रकाश खरगे, एडवोकेट राधे अग्रवाल, श्रीमती संतोषी, श्रीमती रोशनी बहादूरे, श्रीमती वैशाली, श्रीमती सीमा इत्यादि और बड़ी संख्या में पालक उपस्थित थे।