रिमझिम गिरे सावन...
रजनीगंधा के कार्यक्रम में आयी स्वरबहार
नागपुर। मानसून शुरू हो गया और हर तरफ हरे भरे जंगल खिल गये है। लोगों मनोमस्तिष्क पर प्रफुल्लिता की छाया आ गयी है। ऐसे ही मंगलमय वातावरण में रजनीगंधा के गायकों ने संगीत की बरसात की और माहौल और खुशनुमा कर दिया।
रविवार को रजनीगंधा म्यूजिक अनलिमिटेड द्वारा प्रस्तुत संगीत कार्यक्रम का उत्साह के साथ आयोजन किया गया। कार्यक्रम की कल्पना रजनीगंधा की निदेशक परिणीता मातुरकर ने की थी और प्रशांत मानकर कार्यक्रम के सलाहकार थे। गायिका अनुराधा पाटील, विजय कपाले, विभा भुसारी, अजय मुखर्जी, गीता बावनकर, राजेश पवार, लक्ष्मिकांत पासवान आशिष अरमरकर और नर्सिंग राठोड ने विभिन्न गीतों की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम की शुरुआत अनुराधा और प्रशांत मानकर के कोंकणी गीत 'दर्या किनारे एक बंगलो ग पोरी' के साथ हुई। परिणीता मातुरकर नेअलग - अलग गायकों के साथ मुझे छूं रही है, कोरा कागज, आंखो से दिल में उतर जैसे दिल को छूं लेने वाले गीत प्रस्तुत किये। प्रशांत मानकर के सह-गायकों के साथ छुप गये सारे नजारे, नजराना भेजा है आदि गीतों की प्रस्तुती दी ।
अन्य गायकों ने वो जब याद आए, वादिया मेरा दामन, तेरी आंखो के सीवा, लागा चुनरी मे दाग, मेरी उमर के नवजवानो ये जमीं गा रही है, समा है सुहाना जैसे कई गीत प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का समापन नरसिंह राठौड़ द्वारा प्रस्तुत गीत दिल में हो तुम के साथ हुआ। इस कार्यक्रम का परिणीता मातुरकर और प्रशांत मानकर के फेसबुक पेज से सीधा प्रसारण किया गया।