पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन के रूप में मनाया जन्मदिन
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जन्मदिन पर केक काटना और मोमबत्ती बुझाना भारतीय संस्कृति और सभ्यता नहीं : संत श्री यतीन्द्र साहेब
नागपुर। शहर के सेमिनरी हिल्स स्थित कबीर मंदिर आश्रम के प्रमुख संत यतीन्द्र साहेब का जन्मदिन 6 जून को पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन दिवस के रुप में मनाया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम पूज्य श्री साहेब जी और कार्यक्रम के अध्यक्ष श्यामलाल साहू ने आश्रम परिसर में आम और चीकू का पौधा लगाया।
पूज्य श्री साहेब जी ने संत सम्राट सद्गुरु कबीर साहेब की वाणी को उद्धृत कर, सभा को संबोधित करते हुए कहा कि - जहां में जब तू आया था, सभी हंसते तू रोता था। बसर कर जिंदगी ऐसी, सभी रोए तू हंसता जा।। रोते हुए आना प्रकृति की दी हुई मजबूरी है मगर अपनी जिंदगी को खूबसूरत और यादगार बनाना एक कामयाब और संतुष्ट जिंदगी लिए बेहद जरूरी है।
पूज्य श्री ने आगे कहा कि जन्मदिन पर अपने नौनिहालों के हाथों चाकू से नाजुक केक कटवाना गलत संस्कार है। क्योंकि उनके बाल मन पर अभी से काटने और मारने का संस्कार छप जाएगा, जोकि उन्हें अमानवीय रास्ते पर ले जा सकता है। इसलिए केक काटना नहीं है बल्कि चम्मच से सबको बांटना है। दूसरे महत्वपूर्ण पहलू को उजागर करते हुए आपने कहा कि भारतीय संस्कृति और सभ्यता में कोई भी कार्यक्रम का शुभारंभ दीया जलाकर किया जाता है लेकिन पाश्चात्य संस्कृति और टीवी संस्कृति के चलते आज केक पर मोमबत्ती जलाकर फूंका और थूका जाता है फिर उसे सब को खिलाया जाता है।
इससे पहले कार्यक्रम के शुरुआत में कार्यक्रम के अध्यक्ष श्यामलाल साहू, विशिष्ट अतिथि आरएसएस, मानवसेवानगर के विकास वडनेरकर, प्रमुख अतिथि श्रीराम भगत एवं लालजी भगत, भरत गोमासे, सतबोध दहिया, अकलेश बारसकर, आश्रम के अध्यक्ष राधेश्याम भगत, श्रीमती ममता साहू, श्रीमती सावित्री दहिया, आश्रम के वरिष्ठ सहयोगी संजय भोसले, स्वर्णजीत सिंह सपरा इत्यादि लोगों ने अपना - अपना विचार रखा।
कार्यक्रम का कुशल संचालन राहुल भगत ने किया एवं आश्रम के सचिव डॉ. नंदकिशोर भगत ने सभा को आश्रम की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दिया। आखिर में पूज्य श्री की आरती और भेंट - बंदगी हुई, तत्पश्चात प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम संपन्न हो गया।
इस अवसर पर राकेश शुक्ला, चंदू धोटे, पंकज सिंगरोले, बालू नितनावरे, विजय पाटिल, सुनील गुप्ता, मंगेश अड़सड़, कौशिक जोशी, विजू देवगड़े, धर्मेंद्र देशमुख, हिलटॉप बहुद्देशीय सेवा मंडल के पप्पू बैरागी, भूपेंद्र जायसवाल, ठाकरे, प्रो. मृदुल शेल्के, सरफराज अंसारी, शहजाद, श्यामसुंदर भगत, प्रदीप यादव, रुस्तम उपस्थित थे।