दादा संगतराम आर्य ने समाज का उत्थान किया : नितिन गडकरी
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40 प्रतिशत महिलाओं सहित शिविर में 227 लोगों ने किया रक्तदान
नागपुर। जरीपटका स्तिथ दयानंद आर्य कन्या विद्यालय, कनिष्ठ व वरिष्ठ महाविद्यालय में दादा संगतराम आर्य चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित रक्त्त दान शिविर में 227 लोगों ने रक्त्त दान किया, रक्त्त दान शिविर में 40 प्रतिशत महिलाओं ने योगदान दिया।
रक्त दान शिविर का आयोजन नवनिर्मित नासिकराव तिरपुड़े ब्लड सेन्टर, कामठी रोड, नागपुर के सहयोग से आयोजित किया गया। रक्त्त दान शिविर का उद्धघाटन साई लछुराम साहिब के हस्ते और प्रमुख अतिथि जनता अस्पताल के सच्चानन्द हिरानी, डॉ राजकुमार रुघवानी, डॉ परमानंद लहरवानी, डॉ संजय पंजवानी के शुभ हस्ते सम्पन्न हुआ।
विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, पालक मंत्री नितिन राऊत व पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने रक्त दान शिविर में संबोधित किया।
इस अवसर पर सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जब में छोटा था तो में दादा संगतराम के साथ हवन करता था। वे कट्टर आर्यसमाजी थे और स्वामी दयानंद सरस्वती की विचारधारा को लेकर समाज का उत्थान किया। उन्होंने अपने जीवन मे हमेशा आर्य समाज के सिद्धांतों और विचारधारा के अनुसार काम किया।
दादा संगतराम ने 65 वर्ष पूर्व अपने साथियों के साथ बेटी पढ़ाओ और बेटी बचाओ का कार्य शुरू किया और दयानंद आर्य कन्या विद्यालय की स्थापना की। आज करीब 5500 लड़कियां दयानंद आर्य कन्या विद्यालय व महाविद्यालय में शिक्षा ग्रहण करती है। दादा संगतराम ने अंध विश्वास, जातिवाद मिटाने के लिए अंतरजातीय विवाह का समर्थन किया।
पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि दादा संगतराम आर्य ने लड़कियों को पढ़ाने का कार्य सिर्फ नागपुर तक ही सीमित नहीं रखा, उन्होंने आर्य समाज के माध्यम से दुर्ग, भिलाई, रायपुर, धमतरी , खापरखेड़ा,होशंगाबाद में भी स्कूल चलाने का कार्यभार अपने कंधों पर लेकर स्कूलों का संचालन किया। आज करीब 20 हजार विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते है। उन्ही के मार्ग पर हमारा सहयोगी वेदप्रकाश आर्य काम कर रहा है।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में तेजिन्दर ओबेरॉय, श्रद्धा नायडू, राजीव ज्ञानचंदानी, प्रियंका पंजवानी, जगन केवालरामानी, सोनु केवलरामानी, किशन बालानी, दयाल चांदवानी, हरीश बिखानी, राजेश लालवानी, मनु सहजरामानी,जीतु केवलरामानी, प्रकाश भोयर, दिलीप जैस्वाल, तरुण रामदासानी, दिलीप सावलानी, दिलीप हेमराजानी, जानी बजाज, जगदीश खुशालानी, हरीश हेमराजानी, सुरेश कृपलानी, राजेश जोधानी, हनी खटर, कार्तिक लारोकर, कुमार लाड़वानी, रूपचंद मोटवानी, डब्बू सचदेव, नरेश गोधानी, नरेश दुलवानी, त्रिलोक कटारिया, विनोद सोनकर, सुखदेव भागचंदानी, जीतु आडवाणी आदि ने सहयोग किया।