योग यह जीवन जीने की कला है : महापौर दयाशंकर तिवारी
https://www.zeromilepress.com/2021/07/blog-post_601.html
श्री योग साधना केंद्र, गोरेवाडा में मनाया गुरु पूर्णिमा उत्सव
नागपुर। श्री योग साधना केंद्र संस्था द्वारा आश्रम 'योग शांती धाम' गोरेवाडा नागपुर मे रविवार 25 जुलाई को गुरु पुजा की गयी। इस गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम के अवसर पर प्रमुख अतिथी महापौर दयाशंकर तिवारी, अध्यक्ष स्थान पर संस्था के पूर्व अध्यक्ष मधुकरराव लांजेवार गुरुजी, पार्षद भुषण शिंगणे, समाचार पत्र के संपादक आनंद शर्मा, पूर्व पार्षद श्रीमती नैना झाडे एवं तेजोमय फाऊंडेशन की संस्थापक श्रीमती जया पळसापुरकर के कर कमलो द्वारा द्वीप प्रज्वलन तथा प. पु. जनार्दन स्वामी महाराज के प्रतिमा को माल्यार्पण किया गया।
कार्यक्रम के आरंभ मे श्रीमती संतोषी सोनी के योग गीतो' के द्वारा हुई। महापौर दयाशंकर तिवारी के उद्बोधन मे संस्था के नि:शुल्क योग प्रचार एवं प्रसार की प्रशंसा की। योग के महत्त्व एवं आंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय योग संस्कृती के 'सूर्य नमस्कार' को विश्व मे जो मान्यता मिली इसकी प्रचिती 2021 के जापान ओलंपिक मे दिखी है। इसका उदाहरण दिया तथा योग यह जीवन जीने की कला है यह बताया।
महापौर का स्वागत गंगाधर वैद्य, भूषण शिंगणे का स्वागत डॉ गंगाधर कडू, मधुकर राव लांजेवार गुरुजी का स्वागत डॉ प्रभाकराव मस्के, श्रीमती नैना झाडे का स्वागत पंकज बांते,
प्रास्ताविक संस्था के महामंत्री गंगाधर कडू ने स्वामी जी महत्ता एवं संस्था की जानकारी दी। संचालन सौ रजनी ताई सातपुते इन्होने कीं।
मान्यवरों के हातो से योग शिक्षकों का श्रीफल और शाल देकर सत्कार किया गया। आभार प्रदर्शन संस्था के कँशिअर डॉ प्रभाकर मस्के ने किया।
कार्यक्रम की यशस्वीता के लिए सर्वश्री प्रभाकर देवके, सतिश भुरेले, नितीन जुनघरे, पंकज बांते, छगन ढोबळे सर, धरमेंद्र मासुरकर सर, कृष्णा इंगोले, हरीभाऊ गुग्गल, नवरतन दुग्गड, जांभुळकर, अक्षय तलमले ने विशेष प्रयत्न किए।








