इतना तो याद है मुझे...
https://www.zeromilepress.com/2021/07/blog-post_812.html
कार्यक्रम ने यादें ताज़ा की
नागपुर। पुरानी हिंदी फिल्मों के गाने इस तरह होते हैं। इन पुराने हिंदी फिल्मी गीतों में से कुछ की यादों को ताजा करने वाला कार्यक्रम 'इतना तो याद है मुझे' भास्कर वाघुले एंटरटेनमेंट ग्रुप द्वारा प्रस्तुत किया गया था। दर्शकों ने इस आयोजन की खूब सराहना की।
भास्कर वाघुले एंटरटेनमेंट ग्रुप द्वारा प्रस्तुत, 'इतना तो याद है मुझे', बेसा के स्टूडियो में एक फेसबुक लाइव संगीत कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम की कल्पना भास्कर वाघुले इंटरटेन्नमेंट के निदेशक भास्कर वाघुले की थी और योगेश परांजपे, समन्वयक ने की थी। बयान कृष्णा महादुरे ने दिया था और स्ट्रीमिंग प्रसन्ना वाघुले ने की थी।
गायक विजय पांडे, नरेंद्र इंगले, प्रशांत अनवने, दिनेश जाधव, अनामिका दांडी ने विभिन्न गीतों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की शुरुआत विजय पांडे ने फिल्म 'कन्यादान' के गीत 'खत खत तुझे' से की थी। फिल्म 'संगम' के गीत 'ओ महबूबा तेरे दिल के पास' को प्रशांत अन्वने ने प्रस्तुत किया था। नरेंद्र इंगले ने तेरे घर के सामने, एक बेचारा प्यार का मारा, आज पुरानी रहा से जैसे गीतों पर प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
दिनेश जाधव ने दीवान में चला, फूल सा चेहरा तेरा और अनामिका दांडी ने दिल की गिरह खोल दो, तेरे लिए पालने की झालर की प्रस्तुति दी। गायकों ने विभिन्न एकल और युगल गीतों का प्रदर्शन किया। इस गाने के साथ नरेंद्र इंगले और अनामिका दांडी ने कार्यक्रम का समापन किया। इस कार्यक्रम का भास्कर वाघुले एंटरटेनमेंट फेसबुक पेज पर सीधा प्रसारण किया गया।
