एनआरआई विवाह का मुद्दा और चिंता
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राष्ट्रीय महिला आयोग के सहयोग से राष्ट्रीय वेबीनार का हुआ आयोजन
नागपुर। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के सहयोग से दयानंद आर्य कन्या महाविद्यालय में NRI Marriages Issue and Concern (एनआरआई विवाह का मुद्दा और चिंता) इस विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विद्यापीठ के उपकुलपति डॉ संजय दुधे, आर्य विद्या सभा के अध्यक्ष अशोक कृपलानी, आर्य विद्या सभा के उपाध्यक्ष घनश्यामदास कुकरेजा, दयानन्द आर्य कन्या महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. श्रद्धा अनिल कुमार, KPB हिंदूजा कॉलेज ऑफ कॉमर्स मुंबई की प्राचार्या डॉ मीनू बदलानी, मुख्य अतिथि वक्ता डॉ विभूति पटेल विषय की विशेषज्ञ डॉ योगिता मंडोले, डॉक्टर जितेंद्र अहिरकर, प्रोफेसर अमर साल्वे, समस्त प्रबुद्ध वर्ग, प्राध्यापिकायें, छात्राएं प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
वेबीनार का आयोजन गूगल मीट और यूट्यूब पर लाइव किया गया था। कार्यक्रम की प्रस्तावना दयानन्द आर्य कन्या महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. श्रद्धा अनिल कुमार ने रखी. उन्होंने अपनी प्रस्तावना में बताया कि इस वेबिनार का मुख्य उद्देश्य छात्राओं में जागरूकता लाना है क्योंकि दयानंद आर्य कन्या महाविद्यालय में विशेषतः हिंदी भाषी छात्राएं अध्ययन करती हैं और इनमें पाश्चात्य संस्कृति की चकाचौंध के प्रति बहुत अधिक आकर्षण है। जीवन की वास्तविकताओं से अनभिज्ञ इन छात्राओं को भविष्य में बहुत अधिक नुकसान और मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, लेकिन भविष्य में छात्राओं को इन मुश्किलों का सामना करना पड़े, इस दृष्टि से NRI Marriages Issue and Concern इस विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित किया गया।
प्राचार्य ने इस राष्ट्रीय महिला आयोग के vision और Mission को भी सबके सामने रखा। Pro. V. C डॉक्टर संजय दुधे ने अपने वक्तव्य में कहा कि हम भौतिकवाद की ओर जा रहे हैं। जहां सारा विश्व जगत भारत का अनुकरण कर रहा है वही हम पाश्चात्य संस्कृति का अंधानुकरण कर रहे हैं, आप हमें जागरूक होना होगा,अपनी संस्कृति और अपनी बच्चियों को सुरक्षा कवच प्रदान करना होगा। मुख्य अतिथि वक्ता विभूति पटेल मैडम NRI marriages के सभी पहलुओं पर प्रकाश डाला। श्री साल्वे सर ने एन आर आय मैरिजस से जिन्हें प्रॉब्लम आई हैं और आ सकती हैं उसके कानूनी प्रावधानों पर प्रकाश डाला।
आर्य विद्या सभा के अध्यक्ष अशोक कृपलानी ने इस विषय पर लड़कियों को और अधिक मार्गदर्शन की आवश्यकता है और इसके महत्व को स्वीकार किया। विषय की विशेषज्ञ डॉ योगिता मंडोले मैम ने स्त्रियों के खिलाफ अन्याय की बात रखी। आर्य विद्या सभा के उपाध्यक्ष दादा घनश्याम दास कुकरेजा ने कहा आज हमारे लिए बहुत ही हर्ष का विषय है कि नेशनल कमीशन फॉर वूमेन के सौजन्य से इस वेबीनार का आयोजन सफलतापूर्वक दयानंद आर्य कन्या महाविद्यालय में हुआ है।
इसके लिए मैं राष्ट्रीय महिला आयोग के प्रति आभार व्यक्त करता हूं और आशा करता हूं कि आगे भी उनके सहयोग से ऐसे कई जनजागृति कार्यक्रमों और वेबिनारों का आयोजन दयानंद आर्य कन्या महाविद्यालय के साथ मिलकर होता रहेगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आज मुझे खुशी इस बात की है कि आज जो समाज में ज्वलंत विषय है - हमारी नारी शक्ति जो NRI'S विदेशी चकाचौंध, आकर्षण में फंसती चली जा रही है कि उसके आगे के जीवन की प्रगति विकास की डगर ही रुक जाती है. मुझे पूरा विश्वास है कि आज के वेबीनार से जुड़ी समस्त छात्राओं को बहुत अधिक अच्छा मार्गदर्शन मिला है। इस जानकारी को वह समस्त समाज में फैला कर जागृति लाने का प्रयास करेंगी ताकि अब हमारी कोई बेटी NRI के फंदो में ना फंसे। मैं नारी शक्ति से बस यही कहना चाहूंगा कि मुश्किलों का आना Part of Life है और उनसे हंसकर बाहर आना Art of Life है।
इस वेबीनार में कार्यक्रम का संचालन डॉ मुग्धा देशपांडे ने किया और आभार प्रदर्शन डॉ मोनाली मसीह ने किया। इस वेबीनार के सफलता दयानंद आर्य कन्या महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापिकाओं, कर्मचारी वर्ग ने कार्य किया। संपूर्ण कार्यक्रम आर्य विद्या सभा के समस्त पदाधिकारियों और प्राचार्या डॉ श्रद्धा अनिल कुमार के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।