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सनातन संस्कृति का संवर्धन करें : संजय महाराज


परशुराम सर्वभाषीय ब्राह्मण संघ एवं विप्र फाउंडेशन द्वारा आयोजित वधु - वर परिचय सम्मेलन संपन्न

नागपुर। चारों वेद अपने घर में रखें और विचारों का पठन करें। भारतीय सनातन संस्कृति का संवर्धन करें। यह आव्हान विन्ध्यपीठाधीश्वर मानस मर्मज्ञ बालयोगी संत (मिर्जापुर उ. प्र.) श्री संजय जी महाराज ने किया।

परशुराम सर्वभाषीय ब्राह्मण संघ एवं विप्र फाउंडेशन नागपुर के संयुक्त तत्वावधान में 22 वां वधु - वर परिचय सम्मेलन 'मिलाप-2023' का आयोजन अमृत भवन, आंध्र एसोसिएशन, उत्तर अम्बाझरी मार्ग, झाँसी रानी चौक, सीताबर्डी, नागपुर में किया गया। 

सम्मेलन का उद्घाटन विन्ध्यपीठाधीश्वर मानस मर्मज्ञ बालयोगी संत (मिर्जापुर उ. प्र.) श्री संजय जी महाराज के हाथों हुआ। इस अवसर पर संजय महाराज बोल रहे थे। कार्यक्रम  की अध्यक्षता आयोजन समिति के अध्यक्ष पंडित रामनारायण मिश्र ने की। 

प्रमुख अतिथि के रूप में अंतरराष्ट्रीय उद्योगपति श्याम मूर्ति पाण्डेय, डॉ. प्रमोद गिरी, सुप्रसिध्द न्यूरो सर्जन न्यूरॉन हॉस्पिटल (नागपुर) तथा श्रीमती नीता पटोरिया भूतपूर्व  सांसद,शिवनी (म.प्र), अरूण कुमार शुक्ला  रायपुर(छ.ग.) तथा रामकिसन ओझा उपस्थित थे। 

सम्मेलन के  संयोजक पंडित अनिल शर्मा, विप्र फाउंडेशन के अध्यक्ष गिरीश (चिंटू) पुरोहित, परशुराम सर्वभाषीय ब्राह्मण संघ के अध्यक्ष विश्वजीत भगत तथा महासचिव स॔जय चतुर्वेदी प्रमुखता से उपस्थित थे। 

अपने अध्यक्षीय  संबोधन मे श्री राम नारायण मिश्र  ने कहा कि पाश्चात्य सभ्यता का जिस हिसाब से अंधानुकरण  हो रहा है यह हमारे सनातन, एव॔ वैदिक धर्म पर कुठाराघात है और हमारी आने वाली पीढ़ी  के लिये शुभ संकेत नहीं है हमें अपने आचार विचार और संस्कार  में परिवर्तन  लाना होगा तभी हम भावी पीढ़ी  का भविष्य  सुरक्षित  रख सकते हैं।

श्री संजय महाराज ने बताया कि उन्होंने वेदांता विश्वविद्यालय की स्थापना करने का संकल्प लिया है। उन्होंने स्वयं को बदलने पर जोर देते हुए कहा कि हम बदलेंगे, युग बदलेगा। 

अपने पुत्र का विवाह करते समय न दहेज ले और न ही दहेज लेकर पुत्र का विवाह करें। अपने वर्ण के अनुसार बच्चों का विवाह करें। बच्चों को शिक्षा के साथ ही संस्कार देने की भी महती आवश्यकता है तभी सनातन संस्कृति संरक्षित रहेगी। 

महाराज श्री ने नशा मुक्त भारत बनाने का संकल्प लेने का आह्वान करते हुए कहा कि यह बड़ी चिंता की बात है कि हमारे युवा नशीले और विषैले पदार्थों के शिकार हो रहे हैं। 

विदेश से नशीले और विषैले पदार्थों के आयात पर सरकार प्रतिबंध लगाए, वरना वह दिल्ली में  इसके विरोध में आंदोलन करेंगे। उन्होंने समाजसेवियों से घर-घर, गांव- गांव जाकर युवाओं को नशा मुक्त करने का आह्वान किया।

परिचय सम्मेलन में उपस्थित प्रतिभागियों ने मंच पर आकर अपना परिचय दिया। उनका विवरण LED स्क्रीन पर भी प्रदर्शित किया गया।

प्रतिभागियों का सम्पूर्ण विवरण वेब साइट www.bramhanmilap.com पर भी वर्ष भर के लिए निःशुल्क उपलब्ध होगा। ब्लड ग्रुप एवं कुंडली मिलान की व्यवस्था कार्यक्रम स्थल पर की गई थी। प्रतिभागियों की विवरण पुस्तिका 'मिलाप 2023' का प्रकाशन भी होगा।

इस अवसर पर गोरक्षण सभा, धंतोली, नागपुर के अध्यक्ष सतीश वसंत साल्पेकर को अतिथियों के हाथों परशुराम गौरव सम्मान प्रदान कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सह संयोजक राकेश मिश्रा, डॉ श्रीमती प्रभावती बाजपेयी, श्रीमती प्रियंका तिवारी, अशोक राजदेकर, हेमंत शर्मा, आशिष शर्मा, जयभगवान शर्मा, अतुल देव सहित समस्त पदाधिकारियों ने अथक प्रयास किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती श्वेता शुक्ला शेलगांवकर ने किया।

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