डॉ. सादिका नवाब को साहित्य अकादमी सम्मान घोषित
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नागपुर/पुणे। महाराष्ट्र के मुंबई के निकट खोपोली के स्थानीय के. एम. सी. महाविद्यालय की अवकाश प्राप्त हिंदी प्राध्यापिका तथा प्रख्यात उर्दू लेखिका डॉ. सादिका अस्लम नवाब ‘सहर’ को उनके उर्दू उपन्यास ‘राजदेव की अमराई’ को वर्ष 2023 का साहित्य अकादमी, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार का सम्मान घोषित हुआ है। आगामी 12 मार्च, 2024 को नई दिल्ली में आयोजित विशेष समारोह में डॉ. सादिका नवाब ‘सहर’ को एक लाख की राशि, ताम्रपट, सम्मान चिह्न व प्रशस्ति पत्र प्रदान करके उन्हें गौरवान्वित किया जाएगा। साहित्य अकादमी, दिल्ली के सचिव के. श्रीनिवासराव ने पुरस्कारों की घोषणा की। साहित्य अकादमी के अध्यक्ष माधव कौशिक की अध्यक्षता में सम्पन्न कार्यकारी समिति श्री बैठक में राष्ट्रीय स्तर के 24 भाषाओं के साहित्य सम्मानों की घोषणा की गई। कुर्रतुल-ऐन-हैदर के बाद 56 वर्षों के उपरांत उर्दू भाषा का साहित्य अकादमी सम्मान पानेवाली डॉ. सादिका नवाब ‘सहर’ ये दूसरी महिला लेखिका है।
आंध्र प्रदेश के गुंटूर में जन्मी डॉ. सादिका नवाब की शिक्षा-दीक्षा मुंबई में हुई। उन्होंने एम.ए.(उर्दू), एम.ए.(हिंदी) और एम.ए.(अंग्रेजी) की स्नातकोत्तर उपाधियाँ पायी। तत्पश्चात “गज़ल : शिल्प और संवेदना (विशेष संदर्भ - दुष्यंत कुमार)” इस विषय पर हिंदी में पीएच.डी. की शोधोपाधि पायी। तदुपरांत खालापूर तहसील शिक्षण प्रसारक मंडल संचालित के. एम. सी. महाविद्यालय, खोपोली में हिंदी प्राध्यापिका के रूप में 32 वर्ष तक अध्यापन कार्य किया। उनके निर्देशन में हिंदी विषय में कुछ शोधार्थियों ने पीएच. डी. उपाधि पायी है। डॉ. सादिका नवाब ‘सहर’ के हिंदी और उर्दू साहित्य पर कुछ शोधार्थी पीएच. डी. शोध कार्य भी कर रहे हैं।
डॉ. सादिका नवाब ‘सहर’ संप्रति नागरी लिपि परिषद, नई दिल्ली तथा विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश की आजीवन सदस्या है।
विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष तथा नागरी लिपि परिषद, नई दिल्ली के कार्याध्यक्ष प्राचार्य डॉ. शहाबुद्दीन नियाज मुहम्मद शेख ने हाल ही में अपने कोंढवा, पुणे स्थित निवास स्थान पर आमंत्रित करके उन्हें गौरवान्वित किया। इस अवसर पर श्रीमती नजमुन्निसा शहाबुद्दीन शेख ने डॉ. सादिका नवाब ‘सहर’ का तथा प्राचार्य डॉ. शहाबुद्दीन शेख ने अस्लम नवाब को शाल देकर उन्हें गौरवान्वित किया।
डॉ. सादिका नवाब को उनकी इस उपलब्धि के लिए नागरी लिपि परिषद, नई दिल्ली के अध्यक्ष पूर्व कुलपति डॉ. प्रेमचंद पातंजलि, महामंत्री डॉ. हरि सिंह पाल, विश्व हिंदी साहित्य सेवा संस्थान, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश त्रिपाठी, सचिव डॉ. गोकुलेश्वर कुमार द्विवेदी, महाराष्ट्र प्रभारी डॉ. भरत त्र्यंबक शेणकर, अकोले, महाराष्ट्र तथा छत्तीसगढ़ प्रभारी डॉ. मुक्ता कान्हा कौशिक,रायपुर, छत्तीसगढ़ ने उन्हें हार्दिक बधाइयां दी हैं।