मां दुर्गा मंदिर स्थानांतरण समारोह संपन्न
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नागपुर। शनिवार 09 मार्च को सुदूर आदिवासी क्षेत्र स्थित कान्हादेवी (टेकाड़ी) क्षेत्र में मां दुर्गा मंदिर का बहुत ही सुंदर उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। जंगलों से घिरी एक झील के तट पर स्थित, माँ दुर्गा मंदिर की स्थापना 2003 में स्वर्गीय कृष्णराव विक्रमजी दोनारकर पाटिल और श्रीमती रत्नप्रभाताई कृष्णराव दोनारकर पाटिल द्वारा की गई थी।
अत्यंत मनोरम दृश्य वाला यह मंदिर पारशिवनी तालुका के साथ-साथ आसपास के सैकड़ों गांवों के ग्रामीण लोगों के लिए आस्था का स्थान है। पिछले कई वर्षों से यहां नवरात्रि और महाशिवरात्रि जैसे धार्मिक त्योहारों के अवसर पर सैकड़ों की संख्या में भक्त आते हैं।
इस साल भी महाशिवरात्रि के मौके पर इस विरासत को बेहद खूबसूरत तरीके से संरक्षित किया गया. माँ दुर्गा मंदिर परिसर के विकास के लिए मंदिर का प्रशासन और जिम्मेदारी श्रीमती रत्नप्रभाताई कृष्णराव दोनारकर (पाटिल) से श्री राजारामजी दोनारकर (पाटिल) को हस्तांतरित कर दी गई।
इस अभूतपूर्व क्षण में राजारामजी दोनारकर को दोनारकर पाटिल परिवार की पारिवारिक परंपरा के अनुसार पगड़ी बांधकर और हिंदू परंपरा के अनुसार शंख बजाकर तिलक लॉन पाटिल परिवार की जिम्मेदारी सौंपी गई।
साथ ही भीड़ की मौजूदगी में श्रीमती रत्नप्रभाताई दोनारकर (पाटिल) ने मंदिर और मंदिर परिसर के संपूर्ण विकास की जिम्मेदारी राजारामजी को सौंपी।
राजारामजी ने कहा कि वे अपनी अंतिम सांस तक जनसेवा के लिए समर्पित रहेंगे और इस मंदिर क्षेत्र में कल्याणकारी योजनाएं लागू करेंगे जैसे - वृद्धाश्रम, अनाथालय, धर्मार्थ अस्पताल, एम्बुलेंस, जरूरतमंद लोगों के लिए सामूहिक अंतरधार्मिक विवाह समारोह, युवाओं के लिए परामर्श केंद्र, राज्य -झील में अत्याधुनिक नौकायन व्यवस्था, सुंदर उद्यान का निर्माण, आने वाले भक्तों के लिए मुफ्त कैंटीन, विट्ठल-रखुमाई मंदिर, बाबा केदारनाथ मंदिर, धनंगौरी बाबा मंदिर, गौरक्षक का निर्माण, मां दुर्गा देवस्थान पर स्थायी दुकानों की व्यवस्था यहां योजनाएं क्रियान्वित होने जा रही हैं।
इस अविस्मरणीय समारोह का उद्घाटन पर्यटक मित्र चंद्रपाल चौकसे (संस्थापक रामधाम प्रतिष्ठान), निर्माता निर्देशक विनोद डावरे सहित, नीलमताई भर्रे, पूर्णिमाताई राऊत, विशाखताई टेंभरे, डॉ. अरुणिमा राऊत (इंदौर), सुखपाल भर्रे, राजू राऊत, कोमल टेंभरे (लांजी), रेखाताई दुनेदार, चंद्रकलाताई सहारे, शालिक ढोंगे, जयहिंद चपले, अरविंद रतूड़ी, प्रतीक घोड़े, मुख्तार शेख, अनीशा शेख, हरीश धामड़े, गोपाल कडू, मोहन लोहकरे , प्रशांत लकड़ाकर, मोरेश्वर दोनारकर, विजय टोंडारे, सरपंच लक्ष्मण लांजेवार, ज्ञानेश्वर नेवारे, अभिनाथ ढोरे, राजू दर्देमल, ईश्वर मंदारी, क्षेत्र के सभी पुलिस पाटिल और सैकड़ों भक्त उपस्थित थे।