नेत्र विज्ञान सोसायटी, नागपुर (ओएसएन) 2024-25 संघ ने सँभाला पदभार
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नागपुर। नेत्र विज्ञान सोसायटी, नागपुर (ओएसएन) ने रविवार 28 अप्रैल, 2024 को होटल सेंटर पॉइंट रामदासपेठ नागपुर में को टीम 2024-25 का पदग्रहण समारोह तथा निरंतर वैद्यकीय शिक्षा सत्र आयोजित किया।
प्रथम सत्र में- "दृश्य क्षेत्रों की व्याख्या" पर डॉ. शिल्पा तिवारी द्वारा चर्चा की गई। अध्यक्ष थे डॉ. राजेश जोशी और मॉडरेटर डॉ. गुंजन देशपांडे थी। बादमे डॉ रिंकल फुसाटे- ने "भविष्य के फोकस को समायोजित करने" पर एक व्याख्यान दिया। डॉ. वर्धमान कांकरिया पुणे, द्वारा "केराटोकोनस अवधारणा, साक्ष्य और दीर्घकालिक परिणामों के लिए सीएक्सएल प्लस" पर प्रकाश डाला गया।
डॉ विनय नांगिया द्वारा ‘मायोपिया में सामान्य और ग्लूकोमाटस ऑप्टिक डिस्क" विषय पर एक मुख्य भाषण दिया गया। फिर सभी वक्ताओं ने गुट चर्चा में भाग लिया और दर्शकों के प्रश्नों के उत्तर दिए।
इसके पश्चात विधीवत पदारोहण समारोह संपन्न हुआ। मुख्य अतिथि डॉ. हिमांशु मेहता, विट्रेओ-रेटिनल सर्जन और निदेशक, द विज़न आई सेंटर, मुंबई, के हाथों डॉ. कृष्णा भोजवानी को उनके पदाधिकारियों की टीम के साथ वर्ष 2024-25 के लिए अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया। इस प्रसंग सम्मानित अतिथि डॉ. गोपाल अरोड़ा, पूर्व अध्यक्ष, महाराष्ट्र ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसायटी, और निदेशक - अक्षर आई इंस्टीट्यूट और एबीओ आई इंस्टीट्यूट, नागपुर की उपस्थिति थे।
नेत्ररोग संघटन नागपुर (ओएसएन) टीम इस प्रकार है- अध्यक्ष डॉ. कृष्णा भोजवानी, मानद सचिव डॉ. सौरभ मुंधड़ा, नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ. राहुल तिवारी, भूतपूर्व अध्यक्ष डॉ. निकिता एम. व्यवहारे, भूतपूर्व सचिव डॉ. पल्लक कुसुमगर शाह, उपाध्यक्ष डॉ. शमिक मोकादम, संयुक्त सचिव डॉ. कविता डांगरा, कोषाध्यक्ष डॉ. अमर भास्कर, संपादक-चक्षु वैज्ञानिक पत्रिका डॉ. विजय जेसवानी.
कार्यकारी सदस्य मंडल : डॉ. अबोली ढोके, डॉ. पूर्वाशा नारंग, डॉ. संयोगिता जोशी, डॉ. अमृता वैरागाडे, डॉ प्रभात नांगिया, डॉ. दिव्या जैन, डॉ. ऋचा धारप वाघ, डॉ. शमिक अंबटकर, डॉ. शादाब खान।
सलाहकार बोर्ड - डॉ. आशीष थूल, डॉ. राजेश जोशी, डॉ. गोपाल अरोड़ा, डॉ. प्रशांत बावनकुले, डॉ. शुभांगी भावे और डॉ. विरल शाह। डॉ. निकिता एम. व्यवहारे, अध्यक्ष (2023-24) ने आरंभिक स्वागत भाषण दिया और डॉ. पल्लक कुसुमगर माननीय सचिव (2023-24) ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। डॉ. एम.डी. पवार, पूर्व. प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ. आईजीजीएमसी को ओएसएन द्वारा सम्मानित किया गया। पदारोहण समारोह की सूत्रधार डॉ. रोहिणी जुनेजा एवं डॉ. कविता डांगरा थी तथा बड़ी रोचकता से कार्यक्रम संचालित किया।
बाद में ‘व्हॉससकॉन 2016 ओरेशन’ से डॉ. हिमांशु मेहता को सम्मानित किया गया। उन्हें शॉल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने गैर शैक्षणिक की बात कही। विषय था "प्रतिबिंबित ज्ञान का ताओ" और जीवन के दार्शनिक दृष्टिकोण और किसी को अपने कर्तव्यों का पालन कैसे करना चाहिए पर बात की।
दूसरे वैज्ञानिक सत्र की अध्यक्षता डॉ. रफ़त खान ने की और-डॉ. पूर्वाषा नारंग मॉडरेटर थी। डॉ पल्लक कुसुमगर शाह ने "सीआर३ में हालिया प्रगति: कब क्रॉस लिंक करना है और कब नहीं" विचार विमर्श किया। डॉ हिमांशु मेहता ने ‘नाखुश प्रीमियम मोतियाबिंद रोगी से कैसे निपटें" निर्देशित किया। उसके बाद डॉ आशीष थूल ने "दृश्य क्षेत्र दोष जो ग्लूकोमा नहीं हैं" पर बात की।
एक मुख्य भाषण
"स्माइल तकनीक - मूल बातें, परिणाम और चुनौतीपूर्ण मामले " विषय पर डॉ वर्धमान कांकरिया ने पेश किया। उन्होंने उचित फोकस के लिए कॉर्नियल परतों को ठीक करने और चश्मे से छुटकारा पाने के लिए लेजर द्वारा सर्जरी पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का समापन एक गुटचर्चा "मुझसे कुछ भी पूछें, एक हाजिर जवाब के लिए" के साथ हुआ। इसका संचालन डॉ शमिक अंबटकर, डॉ. ऋचा धारप वाघ ने किया। डॉ. हिमांशु मेहता, डॉ. विनय नांगिया, दो. आशीष थूल, डॉ. वर्धमान कांकरिया, डॉ. विनोद अदलखिया आदी पैनलिस्ट थे ।
अध्यक्ष ( 2024-25) डॉ. कृष्णा भोजवानी वैज्ञानिक सत्र का संचालन किया। डॉ सौरभ मूंधडा माननीय सचिव (2024-25) ने धन्यवाद ज्ञापित किया। महाराष्ट्र मेडिकल कौंसिल ने उपस्थित प्रतिनीधीयों को 2 अंक एवं प्रशस्ती पत्र जारी किया। समारोह में शहर के अनेक मान्यवर नेत्ररोग विशेषज्ञ सम्मिलित हूएथे। पीछले संघ कार्यकाल में विविध प्रतियोगिता के विजेताओं को अतिथियों के हाथों पुरस्कृत किया गया।