स्वामी सर्वानंदजी के आतिथय में संगत राम आर्य की 95वी जयंती पर किया विशेष यज्ञ का आयोजन
https://www.zeromilepress.com/2024/04/95.html
नागपुर। यत्र नार्यस्तु पूजयनते रमंते तत्र देवता इस कहावत को चरितार्थ करते हुए आर्य विद्या सभा की महान विभूति जिन्होंने स्त्री शिक्षा को बल देकर शिक्षा क्षेत्र में अपना अविस्मरणीय योगदान दिया। उनकी 95 की जयंती दयानंद आर्य कन्या विद्यालय व कनिष्ठ महाविद्यालय के प्रांगण में आर्य विद्या सभा के समस्त पदाधिकारी गणों की विशेष उपस्थिति में मनायी गई।
दादा संगत राम आर्य की पौत्र वधू प्रीति आर्य के यजमानत्व में आर्य विद्या सभा के समस्त पदाधिकारी गणों, आर्य विद्या सभा द्वारा संचालित सभी विद्यालयों के समस्त प्राचार्यों शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की विशेष उपस्थिति मे विशेष आहुतियां देकर यज्ञ हवन किया गया ।आर्य विद्या सभा की समस्त संस्थाओं की ओर से दयानंद आर्य कन्या महाविद्यालय की वर्तमान प्राचार्या श्रीमती चेतना पाठक ने दादा संगत राम आर्य के जीवन पर प्रकाश डाला।
इस शुभ अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित लुधियाना से पधारे स्वामी सर्वानंद जी ने दादा संगत राम आर्य की निस्वार्थ सेवाओं और समाज सेवा में उनके योगदान की सराहना की और स्वामी जी ने (जिनकी आयु 130 वर्ष है) छात्राओ को यज्ञ हवन का महत्व समझाया एवं शांति पाठ के साथ कार्यक्रम की समाप्ति की गई। इस अवसर पर आर्य विद्या सभा के सचिव राजेश लालवानी,कोषाध्यक्ष भूषण खूबचंदानी, डॉ अभिमन्यु कुकरेजा,गीता हरवानी, सारा सचदेव,राजीव ज्ञानचंदानी, अनु चावला, श्रद्धा नायडू आदि बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।