अयोध्या में विराजो राम
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उत्सव है भारी आया
सनातनी होने का
हमने सम्मान है पाया
राम की जन्म भूमि
युगों से थी सुनी
एक कलिंग राजा आया
राम को न्याय दिलाया
वर्षा से सुनी अखिया "राम’
बाँट जो रही तुम्हारी
भक्ति में हमे डूबा दो ‘राम’
पीला दो राम नाम का प्याला
राम अभी जन्मभूमि मे विराजो
मन में भक्ति भाव जगा दो
राम नाम की मस्ती होंगी
सतयुग का प्रारंभ करो।
बहुत हो गई हिंसा
धर्म करो भाई अपना कर्म करो
मन से बैर मिटा दो राम
राम राम जपो, राम को अपना लो।
बोलो सिया राम की जय।