श्याम प्यारे का जिससे संबंध है, उस घर में आनंद ही आनंद है
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प्रीतम भवन में बरसी उत्सव
नागपुर। श्री गोपीनाथ लालजी सेवक संस्था के तत्वावधान में ब्रह्मलीन जगतगुरु 1008 गोस्वामी प्रीतमलाल महाराज के निर्वाण दिवस पर बरसी उत्सव का आयोजन वर्धमान नगर स्थित पंजाब सेवा समाज के प्रीतम भवन में किया गया ।कार्यक्रम की शुरुआत हवन-पूजन के साथ हुई। कार्यक्रम हेतु विशेष रूप से हरिद्वार से गोस्वामी मोहनलाल का आगमन हुआ। उन्होंने संगीतमय प्रवचनों की प्रस्तुति कर भावविभोर कर दिया। श्रीकृष्ण:शरणं मम के साथ उन्होंने मार्गदर्शन की शुरुआत की। घर बदलने और जीवात्मा के शरीर बदलने के सिध्दांत को उन्होंने सुंदर ढंग से समझाया। इसी तरह गोपियों की सेवा की मार्मिक प्रस्तुति की। साथ ही गोपियों के कन्हैया से प्रेम की कथा भी रोचक रही।
सनातन का सरल अर्थ समझाते हुए स्पष्ट रूप से कहा सनातन तो वही है पहले जो पहले था, आज है और कल भी रहेगा। उन्होंने जोर देकर कहा गोस्वामी जिसे गुरुमंत्र देते हैं वह सेवक बनता है भक्त नहीं। उनके द्वारा प्रस्तुत पंजाबी भजन नींवां होके चल ने मंत्रमुग्ध कर दिया। इसी क्रम में प्रस्तुत भजन जिस जिसने हरि गुण गाए हरि दौड़े चले आए पर श्रोताओं ने भी ताल मिलाई।दूसरे भजन श्याम प्यारे से जिसका संबंध है, उस घर में आनंद ही आनंद ने समा बांध दिया। अंत में प्रस्तुत भजन श्री लालजी महाराज का पुजारी बन जा, झोलियां पसार के भिखारी बन जा मार्मिक रहा। विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों द्वारा उनका स्नेहिल सत्कार किया गया।