भारतीय भ्रष्टाचार निर्मूलन परिषद ने किया विविध क्षेत्रो मे कार्यरत कामगारों का सत्कार
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नागपुर। महाराष्ट्र दिन और आंतरराष्ट्रीय कामगार दिन के उपलक्ष मे भारतीय भ्रष्टाचार निर्मूलन परिषद ने विविध क्षेत्रो मे कार्यरत कामगारों का प्रमुख अतिथियों के हस्ते सत्कार किया गया।
इस कार्यक्रम मे प्रमुख अतिथि पूर्व नगरसेवक ईश्वर बरडे, पूर्व म्हाडा संचालक ऋषी करोंडे, पूर्व नगरसेवक विक्रम ग्वालबंशी, कार्यक्रम के संयोजक राजेश रंगारी, कार्याध्यक्ष अरविंद ढेंगरे, सुरेश गेडाम इनहोने दीप प्रज्वलन कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, महात्मा फुले और भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा को मल्यार्पण कर अभिवादन किया गया।
भारतीय भ्रष्टाचार निर्मूलन परिषद ने सत्कार मूर्ती गंगाधर पवार, (सत्रापूर, कोरडी रोड), जयशील टेंभुर्णे (इंदोरा), सूरज बुरबरे (इमामवाडा), दुर्गाबाई टेकाम (जगदीश नगर), रामकृष्ण कुर्रे (धरमपेठ), सुनिल कुचेकर (वाठोडा), राजू तिडके (शिवशक्ती नगर ), कैलास बावनकर (बेलतरोडी), अशोक चौरागडे (जगदीश नगर), उमेश डेकाटे, (साकेत नगरी), शाहिद शेख (हिवरी नगर), इन सभी कामगारों का सत्कार प्रमुख अतिथियों के हस्ते किया गया।
इस अवसर पर परिषद के संस्थापक अध्यक्ष व संयोजक राजेश रंगारी ने भ्रष्टाचार परिषद के कार्य करणे की पद्धती, माहिती अधिकार जैसे कानून जरुरत पर प्रकाश डाला। कार्याध्यक्ष अरविंद ढेंगरे ने भ्रष्टाचार मे कामगारों के अधिकारों की रक्षा कैसे पारदर्शी करणे पर जोर दिया। पूर्व नगरसेवक ईश्वर बरडे ने कहा की, सभी कसम खा कर भष्टाचार रोकने की अपील करे। अतिथि ऋषी करोंडे ने प्रतिपादन किया की, प्रशासन मे कामगार किस तरह से देश का विकास करते है, उनके कार्यो से ही देश अर्थिक उन्नती की ओर अग्रेसर होगा। पूर्व नगरसेवक विक्रम ग्वालबंशी ने कहा की देश के हर मजदुर का अर्थिक, सामाजिक विकास होना चाहिए, ताकी अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा और अधिकारो की रक्षा हो सके।
इस अवसर पर महिला शहर अध्यक्ष प्रद्न्या शीला ताई घाटे, नरेन्द्र मरघडे, प्रभूदास तायवाडे, संजय जीवने,विनोद, शेंडे, संजय पाटील, किशोर चिवंडे, राजू मून, धनराज बांबोळे, सुखराम चौरागडे, विलास वैतागे बडी संख्या मे कामगार, परिषद के पदाधिकारी और कार्यकर्ता गण मौजुद थे।
इस कार्यक्रम की सफलता के लिये सरिता आर्मो, गमन रहांगडाले, माया बिसेन, अनिता बावणे, अनिकेत रंगारी, प्रीतम रामटेके इनहोने योगदान दिया। कार्यक्रम का सूत्र संचालन राधेश्याम राजपूत और आभार प्रदर्शन पुरोहित कांबळे ने किया।