पर्यावरण बचाने बच्चों में जागरुकता जरूरी : अर्चना कापसे
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उभरते सितारे मे 'स्कूल का पहला दिन'
नागपुर। सभी बच्चों ने अपनी प्रतिभा नाटक द्वारा गीतों द्वारा प्रस्तुत किया। मेरी स्कूल में भी हर साल नई थीम रखकर स्कूल का पहला दिन अच्छे से मनाया जाता है। पिछली बार हरित भारत विकसित भारत की थीम रख गयी थी। जिसमें बच्चों ने अपने आप को उसी तरह तैयार किया था। और इस साल की थीम जल संवर्धन है। जिसमें पानी का बचाव कैसे करें, दुरूपयोग ना करें यह थीम रखी गई है। इसमें हम पूरे साल उन्हें उसे थीम पर जानकारियां देते हैं। उनकी प्रतियोगिता आयोजित करके उन्हें पुरस्कार देते हैं। और उनके पैरेंट्स भी इसमें शामिल होते हैं। ताकि बच्चों को जीवन भर याद रहे कि हमने कैसे पहला दिन मनाया था। सभी बच्चे बड़े उत्साह के साथ भाग लेते हैं। हम बच्चों को जागरुक भी करते हैं जैसे, पेड़ लगाओ, पर्यावरण बचाओ, पानी का उचित उपयोग करो आदि। हम आगे चलकर इन्हीं बच्चों से इन समस्या का समाधान निकाल सकते हैं। यह विचार अर्चना कापसे ने बच्चों और उनके अभिभावकों के बीच रखे।
विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का नवोदित प्रतिभाओं को समर्पित उपक्रम 'उभरते सितारे' का आयोजन हिंदी मोर भवन के उत्कर्ष हॉल में किया गया। कार्यक्रम का विषय 'स्कूल का पहला दिन' पर आधारित ज्ञानवर्धक, मनोरंजन और संगीतमय प्रस्तुतियों से भरा रहा। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप मे वीरशैव स्कूल की मुख्याध्यापिका एवं संचालिका श्रीमती अर्चना ईनुष कापसे उपस्थित थीं। इनका सम्मान संयोजक युवराज कुमार ने स्मृति चिन्ह देकर किया। सर्वप्रथम, कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए प्रशांत शंभरकर ने 'स्कूल का पहला दिन पर' पर अपने विचार व्यक्त करते हुए अपने स्कूल की याद दिलाई।
तत्पश्चात, राधा, कैकई, श्रीकृष्णा, जिजाऊ, परशुराम के परिधान में उन विविध पात्रों को बच्चों ने सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया। जिसमें, सबाहात नाज़ शेख, नेहल नरेंद्र बोरकर, धर्मोक्ष ब्रिजेश साहू, वंश गुप्ता, प्रज्ञा कर्दम ने बढ़िया संवाद पेश किया। रश्मि गडरिये, राम बागल और आदित्य मिंज ने बेहतरीन गीतों की प्रस्तुति दी। प्रज्ञा कर्दम, नेहाल बोरकर और सबाहात शेख ने सुंदर नृत्य से सबका मन मोह लिया।
बच्चों की प्रस्तुतियों को उनके अभिभावकों के साथ- साथ शमशाद परवीन, निदा सदाफ, दीपक भावे, देवश्री साहू, रोशनी गुप्ता, गीता सुरेश मिंज, प्रीति बागल, वैशाली मदारे, राघेय गडरिये और बाबा खान आदि ने बहुत सराहा। कार्यक्रम मे कृष्णा कपूर और प्रशांत शंभरकर ने सहयोग किया। कार्यक्रम का संचालन एवं, उपस्थित सभी दर्शकों, कलाकारों और बच्चों का आभार संयोजक युवराज कुमार ने अपने शब्दों में व्यक्त किया।