प्रो. नामवर सिंह के जन्मदिवस पर काव्य समारोह
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नागपुर/गाजियाबाद। नारायणी साहित्य अकादमी एक ऐसा मंच है जहां साहित्य से जुड़े नवांकुरो को प्रोत्साहन के साथ एक बड़ा मंच भी मिल रहा है। 28 जुलाई को नारायणी साहित्य अकादमी के संस्थापक प्रो. नामवर सिंह के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में किया गया 27 जुलाई को गाजियाबाद के कला आकार स्टूडियों में शानदार काव्य पाठ का आयोजन। इस आयोजन में भारत के बहुत से साहित्यकार व नवांकुर कवियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम का आरम्भ माँ सरस्वती और प्रो. नामवर सिंह को नमन करते हुए नारायणी साहित्य अकादमी की अध्यक्षा डॉ कविता सिंह प्रभा ने सरस्वती वंदना के साथ की। तद्पश्चात विशिष्ट अतिथि कवियों को मंच पर स्वागत किया गया-दिनेश आनंद, डॉ. कुसुम वियोगी, डॉ. जनार्दन यादव, सुबोध परासर, राम प्रसाद दुबे। कार्यक्रम का संचालन ललित मोहन जोशी ने बेहद शानदार तरीके से उत्तर प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप मिश्र "अजनबी" के सान्निध्य में संचालन किया। नारायणी साहित्य अकादमी मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. पुष्पा सिंह विशेन ने प्रो नामवर सिंह के लिए दो शब्द कहे जो काफी प्रभावशाली थे।
धीरे धीरे कार्यक्रम ने गति पकड़ ली और मंझे हुए रचनाकारों संग नवांकुर कवियों ने आयोजन में चार चांद लगा दिए। कहते हैं ना पुत के पांव पालने में ही दिख जाते है आयोजन में एक नन्ही कवयित्री 7 साल की अनाया भार्गव ने बहुत ही सुंदर तरीके से मंच पर अपनी प्रतिभा से उपस्थित सभी रचनाकारों को प्रभावित किया। वहीं उभरते कलमकार जो मंच पर दमदार अंदाज में अपनी रचना को साकार करते नजर आए संदीप सोनी, निखिल चौधरी, आतिशी, अंकुर मिश्रा, भारत मौर्या, भरत विश्वकर्मा, अंकुर मिश्रा, अजय किशोर, मंझे हुए रचनाकारों ने मंच पर आते ही एक ऐसा समा बांधा कि सभी मंत्रमुग्ध हुए बिना न रह सके।
आरिफ देहलवी, दिनेश आनंद, हुमा देहलवी, सुरेंद्र सिफर, नवीन पहल भटनागर, ब्रह्मानन्द तिवारी, आदि कवियों के बीच में हर पल बेहद खूबसूरत प्रतीत हो रहा था। ज्यों ज्यों कार्यक्रम बीत रहा था त्यों त्यों कार्यक्रम में उपस्थित रचनाकारों ने अपनी रचना से बेहद शानदार माहौल बनाते जा रहे थे। सुबह की चाय नाश्ते से लेकर दोपहर को उत्तम स्वादिष्ट खाने की भी व्यवस्था की गई थी। खाने के बाद कार्यक्रम पुनः अपनी गति पर आ गया। गोल्डी गीतकार, उपासना दीक्षित, प्रभात पांडे, ऋषि मौर्या, अनिल कपूर, सुनीता छाबड़ा, श्री पाल शर्मा, डॉ. सुमन मोहन, शिवानी स्वामी, प्रवीण रंजन, संजय किशोर, पूनम सिंह, प्रमोद प्रजापति आदि और कई दिग्गज कवियों का समागम इस आयोजन में हुआ।
आखिरी चरण में दिल्ली अध्यक्ष व कार्यक्रम की दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष एवं संयोजिका माही मुंतजिर, पूनम बागड़िया "पुनित" ललित मोहन जोशी, तरुण तरंग और युवा मन पर छाए शायर साहिल संन्यासी के रचनाओं ने खूब समा बांधा। और कार्यक्रम के समापन से पूर्व सभी रचनाकारों को सम्मान पत्र आदि से सम्मानित किया गया।