बचपन की खेल से ही मन को आनंद मिलता है : ममता पांडे
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नागपुर। विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन, हिंदी मोर भवन सीताबर्डी नागपुर में संयोजक श्री विजय कुमार तिवारी व सहसंयोजक हेमंत कुमार पांडे इनके नेतृत्व में दिनांक 8 सितंबर 2025 को चौपाल उपक्रम के अंतर्गत " मन की खुशी मेरी रुचि " इस शीर्षक के अंतर्गत कार्यक्रम आयोजित किया गया।
हेमलता मिश्रा ‘मानवी’ ने सरस्वती वंदना की सुंदर प्रस्तुति के साथ चर्चा सत्र का आरंभ किया। इस कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों ने अपने जीवन के अनुभव, उदाहरण व प्रसंग के माध्यम से चर्चा में भाग लिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, श्रीमती ममता हेमंत कुमार पांडे सेवानिवृत्त शिक्षिका मनपा, नागपुर, ‘आदर्श शिक्षक पुरस्कार’ से सम्मानित उपस्थित थे। कार्यक्रम के आरंभ संयोजक श्री विजय तिवारी ने कार्यक्रम का उद्देश्य व प्रस्तावना दी।
डॉ कृष्ण कुमार द्विवेदी, ने सम्मान चिन्ह व अंग वस्त्र देकर अतिथि का स्वागत किया।
तत्पश्चात संयोजक ने कार्यक्रम की भूमिका बात कर सभी श्रोताओं का स्वागत किया। डॉक्टर कृष्ण कुमार, द्विवेदी,श्री धीरज दुबे, मदन गोपाल बाजपेई, एडवोकेट श्री जगत बाजपेई, श्री पद्मदेव दुबे, हेमंत कुमार पांडे, अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
संत में मुख्य अतिथि श्रीमती ममता हेमंत कुमार पांडे इन्होंने अपनी बचपन में खेले गए खेल, शरारतें, छोटी मोटी नोक झोंक से मिलने वाले आनंद बारे में बहुत ही अनोखे तरीके से बताया। उन्होंने अपने शिक्षण जीवन में विद्यार्थियों के साथ बिताए हुए खेल, स्पर्धा, नृत्य, नाटक व अनेक प्रतियोगिताओं में भाग लेने का आनंद वह जीते हुए पुरस्कार का खुशनुमा पल का चित्रण किया।
उन्हें अनेक प्रकार के व्यंजन बनाना हुआ मित्रों को रिश्तेदारों को खिलाना स्काई में उडने बहुत आनंद मिलता है, और इसके लिए वे हरदम तक पर रहती है।
कार्यक्रम के अंत में डॉ श्री कृष्ण कुमार द्विवेदी जी ने आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सर्व इसी प्रकार सर्व श्री, डॉक्टर बच्चू पांडे,धीरज हरिशंकर दुबे व अन्य उपस्थित श्रोताओं ने अपना अमूल्य योगदान दिया।