नियमित रूप से घर का खाना हमेशा अच्छा होता है : प्रशांत शंभरकर
https://www.zeromilepress.com/2025/11/blog-post.html
उभरते सितारे मे 'स्वस्थ तन - स्वस्थ मन'
नागपुर। स्वस्थ तन और स्वस्थ मन के लिए चार नियमों का होना बहुत जरूरी है। जो एक अनुशासन के रूप में होना चाहिए। जिसमें, अच्छी नींद का होना जरूरी है। फिर सुबह जल्दी उठकर व्यायाम करना। घर का बना हुआ सुपाच्य भोजन करना। दिनचर्या में साफ़ सफाई का ध्यान रखना। खाने में फलों का ज्यादा सेवन करना, मौसम के अनुसार हरी सब्जियां, दालें तिलहन आदि खाने में बेहद जरूरी है। प्राकृतिक रूप से रंगीन चीजें आपके भोजन में होना ही चाहिए जैसे, शिमला मिर्च, गाजर, टमाटर, ककडी, ब्रोकली, दही, मठ्ठा आदि। बाहर के फास्ट फूड से बचना चाहिए, एकाध बार ठीक है। लेकिन, नियमित रूप से घर का खाना हमेशा अच्छा होता है। जो आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर है। कार्यक्रम के शुरुआत में प्रस्तावना रखते हुए यह विचार, प्रशांत शंभरकर ने बच्चों और उनके अभिभावकों के बीच रखे।
विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का नवोदित प्रतिभाओं को समर्पित उपक्रम 'उभरते सितारे' का आयोजन हिंदी मोर भवन के उत्कर्ष हॉल में किया गया। कार्यक्रम का विषय 'स्वस्थ तन स्वस्थ मन' पर आधारित शिक्षाप्रद ज्ञानवर्धक और संगीतमय प्रस्तुतियों से भरा रहा। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप मे हिंगणा के नायब तहसीलदार नितिन गोहाने जी उपस्थित थे। इनका सम्मान संयोजक युवराज चौधरी ने स्वागत वस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर किया। अपने संबोधन में नितिन गोहानी जी ने बच्चों को समझाया कि, पेट भर कर खाना खाओ और खेलों कूदो। यही उम्र है आपको अपने टैलेंट को दिखाने की। कैरियर के लिए पढ़ाई बहुत जरूरी है। परंतु , अपनी कला को भी सीखने का और खिलने का मौका दो।
तत्पश्चात, गीत संगीत से बच्चों की प्रस्तुतियां सराहनीय रही। जिसमें, एंजल सुखवानी और गार्गी गायकवाड ने शानदार नृत्य से सबका दिल जीत लिया। त्रिशिका वाघमारे, आराध्या चेलानी, अलीशा खोबरागड़े, नक्श सुखवानी, प्रियांशु कमरानी, आएरा नैनानी, सीमा लूहा, संदीप वानखेडे, श्री बागल, राम बागल और अदित मींज आदि ने सुमधुर गीतों की प्रस्तुति दी।
बच्चों की प्रस्तुतियों को उनके अभिभावकों के साथ-साथ मीनाक्षी केसरवानी, जवाहर राव, कृष्णा कपूर, शिवानी लूहा, अलका गोहानी, नेहा नेनानी, गीता सुरेश मिंज, स्वाति गायकवाड, निशिता गौरखेड़े, मानसी चौधरी, भूमि कामरानी, कायेरा सुखवानी, प्रीति अभिजीत बागल, वैशाली मदारे आदि ने बहुत सराहा। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रशांत शंभरकर ने सहयोग दिया। कार्यक्रम का संचालन एवं उपस्थित सभी दर्शकों, कलाकारों और बच्चों का आभार संयोजक युवराज चौधरी ने अपने शब्दों में व्यक्त किया ।

