मातृभाषा के साथ-साथ सभी भारतीय भाषाओं का सम्मान करना चाहिए : डॉ. सागर खादीवाला
https://www.zeromilepress.com/2025/11/blog-post_24.html
राज्य स्तरीय ऑनलाइन हिंदी प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण समारोह
नागपुर। केंद्रीय हिंदी संस्थान, आगरा दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा, चेन्नई तथा भारतीय भाषा मंच के संयुक्त तत्वावधान में वैश्विक हिंदी परिवार द्वारा भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अंतर्गत राजभाषा विभाग के स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय स्तर पर हिंदीतर प्रांतों के महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के लिए राज्य स्तरीय ऑनलाइन हिंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया था। भारत के सभी हिंदीतर राज्यों के कुल 5097 विद्यार्थियों ने इस प्रतियोगिता में प्रतिभागिता की। इसमें महाराष्ट्र राज्य से कुल 910 विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की। महाराष्ट्र राज्य के विजेताओं के पुरस्कार के प्रायोजक एक्जिम बैंक, मुंबई (भारत आयात- निर्यात बैंक) थे। एक्जिम बैंक, मुंबई के सहयोग से महाराष्ट्र राज्य के प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त 23 विद्यार्थियों को सम्मानित करेंगे।
22 नवंबर, 2025 को जी.एस. अर्थ- वाणिज्य महाविद्यालय, नागपुर के सभागार में नागपुर क्षेत्र के उत्कृष्ट अंक प्राप्त ग्यारह विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इसमें प्रथम पुरस्कार प्राप्त एक विजेता, द्वितीय पुरस्कार प्राप्त तीन विजेता तथा तृतीय पुरस्कार प्राप्त सात विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। जी.एस.महाविद्यालय के शत प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले जय भरणे को प्रथम पुरस्कार के रूप में नकद राशि रुपए 2500/-, प्रमाणपत्र तथा स्मृति चिन्ह अतिथियों द्वारा प्रदान किया गया। द्वितीय पुरस्कार प्राप्त तीन विजेता नेहा पटेल, कृणाली राउत, तुलसी ठाकरे इन्हें क्रमशः प्रत्येक को रुपए 1500/- नकद पुरस्कार, प्रमाणपत्र तथा स्मृति चिन्ह प्रदान किए।
तृतीय पुरस्कार प्राप्त सात विजेता मनीषा चाचणे , आर्यन तिडके, सैयद अलमाद अली, टिना भगत, कांचनी पाटील, कसिफा सरफराज खान तथा ईश्वरी माटे को क्रमशः प्रत्येक को एक हजार रुपए नकद पुरस्कार, प्रमाणपत्र तथा स्मृति चिन्ह अतिथियों द्वारा प्रदान किए गए। इसमें राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय की एम.ए. प्रथम वर्ष की छात्रा कांचन पाटील को तृतीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। शेष सभी पुरस्कार विजेता प्रतिभागी जी.एस.महाविद्यालय, नागपुर के होनहार विद्यार्थी हैं।
पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता जी.एस. महाविद्यालय नागपुर के पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. पी.एम.पराडकर ने की। अध्यक्षीय वक्तव्य में डॉ. पराडकर ने उपस्थित सभी को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को इस तरह प्रतियोगी परीक्षाओं में जरूर प्रतिभागिता करनी चाहिए। सभी अध्यापकों ने भी अपने विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करना चाहिए। हिंदी सभी प्रांतों के जनसमुदाय को जोड़ने का कार्य करती है।
मुख्य अतिथि के रूप में नागपुर के सुप्रसिद्ध वरिष्ठ साहित्यकार कवि, महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के पूर्व सदस्य डॉ. सागर खादीवाला उपस्थित थे। डॉ. खादीवाला ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का हरेक नौजवान राष्ट्र निर्माता है। उन्हें अपनी मातृभाषा के साथ-साथ सभी भारतीय भाषाओं का सम्मान करना चाहिए। संविधान के अनुसार हिंदी राजभाषा है परंतु यह सभी भारतीयों को एक सूत्र में बंधे रखने वाली संपर्क भाषा भी है। इस अवसर पर उन्होंने एक देशभक्ति पर स्वरचित कविता प्रस्तुत की। इसके माध्यम से उन्होंने विद्यार्थियों में हिंदी तथा भारतीय भाषाओं के प्रति प्रेम और आदर का भाव जगाने का प्रयास किया।
विशेष अतिथि के रूप में नागपुर के साहित्यकार कवि तथा महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के पूर्व सदस्य श्री अविनाश बागड़े उपस्थित थे। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमें अभिव्यक्त होने के लिए भाषा का होना बहुत आवश्यक है। भाषा कोई भी हो उन सबका सम्मान करना चाहिए। हमें जीवन में प्रगति करने तथा आगे बढ़ने के लिए भाषा महत्वपूर्ण भूमिका होती है। भाषा के माध्यम से ही अन्य विषयों की जानकारी प्राप्त करते हैं। उन्होंने अपनी एक कविता प्रस्तुत कर विद्यार्थियों में उत्साह निर्माण किया।
भाषा विभाग प्रमुख डॉ. स्वाति ने विद्यार्थियों को मार्गदर्शन करते हुए कहा कि उन्हें सभी प्रकार के कार्यों मे उत्साह के साथ सहभागिता करनी चाहिए। सभी प्रकार का ज्ञान पाने के लिए तत्पर रहना चाहिए। विजेता विद्यार्थियों ने अपने अनुभव प्रस्तुत किए। उन्हें कैसा प्रतीत हुआ, किस तरह ज्ञान प्राप्त हुआ और कैसा प्रोत्साहन मिला।
कार्यक्रम का प्रास्ताविक डॉ. गंगाधर वानोडे ने किया। उन्होंने वैश्विक हिंदी परिवार, केंद्रीय हिंदी संस्थान, दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा तथा भारतीय भाषा मंच के संबंध में जानकारी दी। वैश्विक हिंदी परिवार के कार्यों से संबंधित जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि वैश्विक हिंदी परिवार के अध्यक्ष श्री अनिल जोशी हैं। आपकी प्रेरणा से ही यह कार्य संपन्न हुआ है।
पुरस्कृत विद्यार्थियों को बधाइयाँ दीं। उन्होंने आयोजकों का, जी.एस. महाविद्यालय के प्राचार्य, सभी अधिकारी, कर्मचारी, विद्यार्थीगण तथा विद्यार्थियों को प्रोत्साहित कर विद्यार्थियों का पंजीकरण करने से लेकर उन्हें परीक्षा में समय पर उपस्थित होकर परीक्षा देने के लिए प्रेरित करने के लिए डॉ. नेहा कल्याणी का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया।
मंच पर अतिथियों के साथ पुरस्कार वितरण समारोह के नागपुर के संयोजक केंद्रीय हिंदी संस्थान, हैदराबाद केंद्र के सेवानिवृत्त प्रोफेसर-क्षेत्रीय निदेशक डॉ. गंगाधर वानोडे, कार्यक्रम संचालक जी.एस. महाविद्यालय की हिंदी व्याख्याता डॉ. नेहा कल्याणी, भाषा विभाग प्रमुख डॉ. स्वाति जी, आइक्यूएसी विभाग प्रमुख डॉ. विशाल जी उपस्थित थे। सभागार में लगभग 150 महानुभाव उपस्थित थे।
कार्यक्रम का प्रारंभ श्री हर्षवर्धन के सरस्वती वंदना से हुआ। अतिथि परिचय रोशनी यादव ने दिया। अतिथियों का स्वागत शॉल तथा पौंधा देकर किया गया। कार्यक्रम का सुचारू रूप से संचालन डॉ. नेहा कल्याणी ने किया तथा आभार एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनुश्री सिन्हा ने किया। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।
इसके पूर्व 9 नवंबर को पुणे में प्रांत संयोजक श्रीमती स्वरांगी साने द्वारा महाराष्ट्र राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में पुणे तथा आसपास के क्षेत्र के बारह विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। इस तरह महाराष्ट्र राज्य के 23 विजेता विद्यार्थियों को एक्जिम बैंक, मुंबई की सहयोग से पुरस्कृत किया गया। इस पहल के लिए एक्जिम बैंक, मुंबई के पदाधिकारियों का आभार।





