देश के विभिन्न शहरों में शुरु हो सिंधी छेज की कार्यशालाएं
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सिंधी छेज नृत्य निर्देशक सन्मुखदास सेतिया के उद्गार
नागपुर। सुहिंणा सिंधी पूना व फ्रेंडस आफ इंटरनेशनल सिंधीज़ की ओर से फेसबुक पर जारी "अनमोल रत्न" कार्यक्रम में 50 वर्षों से सिंधी लोक नृत्य छेज का निर्देशन कर रहे सन्मुखदास सेतिया ने आव्हान किया कि देश भर में सिंधी छेज को युवाओं तक पहुंचाने हेतु समाजिक सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा कार्यशालाओं का आयोजन करना चाहिए. इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र राज्य के पूर्व मंत्री डा.गुरमुख जगवानी, सुहिंणा सिंधी पूना के अध्यक्ष पीतांबर पीटर ढलवानी, फ्रेंड्स आफ इंटरनेशनल सिंधीज़ के अध्यक्ष मुरली अदनानी, साऊथ अमेरिका के फिल्म निर्माता मोहन सोनी , अधि.किरण वासवानी व प्रसिद्ध कलाकार जगदीश शहदादपुरी प्रमुखता से उपस्थित थे.
300 युवक युवतियां पेश करते हैं छेज नृत्य
भारतीय सिंधू सभा नागपुर की ओर से हर वर्ष चेट्रीचंड के मेले में अध्यक्ष घनश्यामदास कुकरेजा व मेला संयोजक वीरेन्द्र कुकरेजा के संयोजन में कार्यशाला का आयोजन किया जाता है मेले में 300 युवक युवतियां छेज़ नृत्य प्रस्तुत करते हैं। पिछले 50 वर्षों से संत बाबा गोविंदराम साहिब की आशीर्वाद से स्वामी चांदूराम साहिब सेवा मंडल की ओर से श्रीराम शोभा यात्रा में सिंधी समाज की सांस्कृतिक धरोहर सिंधी छेज़ लोक नृत्य को 50 से अधिक नृत्यक शामिल होते हैं। सन्मुखदास सेतिया ने बताया कि नागपुर सिंधी छेज की शुरुआत साईं वसणशाह दरबार में संत साईं सुखरामदास साहिब ने करवायी.
15 दिनों तक तेज़ नृत्य होता था। बाद में शिव कला मंदिर द्वारा शोभा यात्रा के दौरान हुआ। उन्होने आगे कहा कि 17 वर्षों वे स्वामी चांदूराम साहिब सेवा मंडल के सचिव रहकर सेवा की, गत 27 वर्षों से दादी सुशिलादेवी संत सहजराम दरबार आहूजा नगर नागपुर में प्रबंधक सेवक के रुप में सेवाएं प्रदान कर रहे हैं उनहोंन समाज बंधुओं से आग्रह किया कि डी.जे.भले बजाएं लेकिन मांगलिक कार्यों में छेज का प्रस्तुतिकरण अवश्य करें। डा.गुरमुख जगवानी ने कहा कि सिंधी लोक नृत्य का प्रस्तुतिकरण मांगलिक कार्यों पर तो होता ही है, झूलेलाल जी की बहराणा साहिब शोभा यात्रा में पूरे उत्साह उमंग के साथ प्रस्तुत करते हैं।
डा.जगवानी ने नागपुर को सिंधी संस्कृति व कलाकारों का हब बताया। पीतांबर पीटर ढलवानी ने कहा कि पाशच्यात संस्कृति के इस दौर में सिंधी छेज के लिए कार्य कर रहे सन्मुखदास सेतिया अनमोल रतन हैं।मुरली अदनानी ने कहा कि आज के दौर में हम अपनी संस्कृति का जतन करना न भूलें। कार्यक्रम का सुंदर संचालन एड. किरण वासवानी ने किया।अतिथियों का अभिवादन मोहन सोनी ने किया।