शाम तेरी बंसी...
कैलाश तानकर के गानों ने मचाया तहलका
नागपुर। अक्सर 'ओल्ड इज गोल्ड' कहा जाता है। भारतीय सिनेमा में पुराने गाने सुनहरे अक्षरों में लिखने के समान हैं। उनके स्वर आज भी लोगों के जेहन में है. ऐसे ही कुछ चुनिंदा गीतों को प्रसिद्ध सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी, प्रेरक वक्ता, उत्कृष्ट गायक कैलाश तानकर ने प्रस्तुत किया।
सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी, मोटिवेशनल स्पीकर और उत्कृष्ट गायक कैलाश तानकर का संगीत कार्यक्रम 'ओल्ड इज गोल्ड' गुरुवार को पेश किया गया। शाम को इस कार्यक्रम का फेसबुक पर सीधा प्रसारण किया गया।
कार्यक्रम समन्वयक मेघा तानकर, अनंता घाटोल, डॉ. संगीता बानाईत व प्रा. देवल अढाऊ थे। राखी गडीकर, रानी जैन, जयश्री कोलुरवार, माधुरी पाटील, गजाननराव माहूरकर, प्रा. संजय वाघमारे, कामिनी बनसोड, आशा घाटोल व मुकेश श्रीवास्तव ने विभिन्न गीतों की प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम की शुरुआत राजश्री और कैलाश तानकर ने शाम तेरी बंसी गीत से की। तानकर ने एक के बाद एक विभिन्न गायकों के साथ तेरे मेरे होठों पे, रिमजिम, ये रात भीगी भीगी, मुझसे तुमसे है, जय जय जैसे पुराने गीतों का प्रदर्शन किया।
अन्य गायकों ने बरखा रानी, ना नज़रेकी, अब के साजन, आओ ना गले लगाओ ना, मैं से मीना से जैसे विभिन्न युगल गीत प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का समापन सभी कलाकारों द्वारा प्रस्तुत गीत 'अच्छा तो हम चलते हैं' के साथ हुआ। कार्यक्रम का संचालन अनघा वेले ने किया।
