योग दिव्यता का सृजन करता है : डॉ. निशा जोशी
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छत्तीसगढ़ के पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त ग्रेसियस शिक्षा महाविद्यालय के अंतर्गत गुणता आश्वासन प्रकोष्ठ (आइक्यूएसी ) एवं पूर्व छात्र संगठन (एलुमनी एसोसिएशन) के तत्वात्वाधान मे (अन्वय) द्वारा राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन आभासी रुप में किया गया था। जिसका विषय 'कोरोना काल में मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन में योग की भूमिका' था।
ग्रेसियस शिक्षा महाविद्यालय के संचालक डॉ आशुतोष शुक्ला, प्राचार्य डॉ. रिया तिवारी, गुणता आश्वासन प्रकोष्ठ की संयोजक डॉ.मुक्ता कौशिक, पूर्व छात्र संगठन की अध्यक्ष श्रद्धा जॉनसन, उपाध्यक्ष सुधीर शुक्ला, सचिव कुमारी तमेश्वरी साहू, कोषाध्यक्ष राजू पटेल थे।
वेबीनार में मुख्य वक्ता योगाचार्य डॉ. निशा जोशी , इंदौर ने उन्होंने कहा कि योग दिव्यता का सृजन करता है। कर्मयोग बहुत जरूरी है। हमें आत्मनिर्भरता की जरूरत है । साथ ही समायोजन होना भी आवश्यक है योग का मतलब है स्वयं में खो जाना योग की प्रत्येक क्रिया व्यक्ति के अंदर सौंदर्य को बढ़ाती है।
योग रूपांतरण करता है। आनंदित कर देता है ,जो हमें स्वयं को ध्यान की ओर ले जाता है। मानसिक स्वास्थ्य प्रदान करता है। धैर्य प्रदान करता है ।आचरण में सुधार करता है। साथ ही योग आत्मिक बल प्रदान करता है। कोरोना काल में स्वाध्याय बहुत ही आवश्यक है। मस्तिष्क में ध्यान आवश्यक है, साथ ही नियंत्रण भी आवश्यक है। हमें अपने उद्देश्य पर ध्यान रखना, स्वाध्याय करना, समाज के लाभ के हित में काम करना, मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखना, साथ ही सकारात्मक सोच रखना बहुत ही आवश्यक है।
योग से हमे आनंद की प्राप्ति होती है, साहस पैदा होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है। तुम अपने को सहज बना कर रखो 'मैं हूं ना' यह शब्द सकारात्मक सोच देता है। योग करें, प्राणायाम करें और अपने अपनी ऊर्जा को कहें मैं सुरक्षित हूं। साथ ही अपने स्वास्थ्य के लिए भोजन पर भी ध्यान देना खाद्य सामग्री में अखरोट बादाम का प्रयोग करें।
प्रतिदिन दस, ग्यारह गिलास पानी पिए। कोरोना कॉल मे स्वयं का साहस एक ढाल है। इसलिए जीवन में हमेशा मुस्कुराते रहिये। मुस्कुराहट के साथ जीवन मे प्रेम के साथ रहे, क्योंकि मानसिक स्वास्थ्य के लिये हमेशा सकारात्मक सोच ही होनी चाहिए।
ग्रेसियस शिक्षा महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ रिया तिवारी ने योग के महत्व पर प्रकाश डाला और भूतपूर्व छात्र संगठन के सभी सदस्यों को बधाई दी।
कार्यक्रम का प्रारंभ कुमारी एकता सिंह के सरस्वती वंदना से हुई। स्वागत उद्बोधन एवं अतिथि परिचय भूतपूर्व छात्र संगठन के अध्यक्ष श्रद्धा जानसन ने दिया।
अंर्तगत गुणता आश्वासन प्रकोष्ठ डॉ मुक्ता कौशिक संयोजक एवं पूर्व छात्र संगठन अध्यक्ष श्रद्धा जानसन की उपस्थिति में यह वेबीनार सम्पन्न हुआ।
इस आभासी पटल पर 500 प्रतिभागी ने सहभाग लिया। पटल पर डीएड, बीएड, एम.एड. के 2009 से 2020 तक के भूतपूर्व छात्र भूतपूर्व छात्र संगठन के सदस्य, ग्रेसियस महाविद्यालय के विभागाध्यक्ष शत्रुघ्न भोई एवं सभी अध्यापकगण, श्रीमती ललिता शर्मा, श्रीमती साधना शर्मा, डोमार यादव, श्रीमती प्रतिभा वर्मा, श्रीमती रेणुका शर्मा, सनत कुमार देवांगन, कुमारी पुष्पा यादव, डॉ.
डिंपल रेड्डी, डॉ कल्पना सिंह सहित आभासी पटल पर महाराष्ट्र पुणे से प्राचार्य डॉ. शहाबुद्दीन नियाज मोहम्मद शेख, राजू पटेल समीक साहू, मुकेश कश्यप, सूरज सिन्हा सहित भूतपूर्व छात्र संगठन के सभी सदस्य उपस्थित थे।
वेबीनार का संचालन कुमारी कविता साहू ने किया तथा आभार सचिव कुमारी तमेश्वरी साहू ने व्यक्त किया।