पूर्व छात्रों के गीतों से श्रोता मंत्रमुग्ध
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दीनानाथ हाई स्कूल के पूर्व छात्रों की प्रस्तुति
नागपुर । सुमित्रा ठाकरे और अनिल गडेकर ने 'तुज मागतो मी आता' गाने से कार्यक्रम की शुरुआत की जिसे पहले ही गाने से दर्शकों की सराहना मिली।
'तू औरो की क्यो हो गई' यह गीत को अनंत कपले ने खूबसूरती से पेश किया था। संजय बिद्यानता ने 'हुजूर इस कदर', 'आसमान पे है खुदा', 'जिद ना करो' गाने गाए। इस गाने ने दर्शकों को संगीतमय यात्रा पर ले गये। 'मैं शायर तो नहीं हूँ', 'फिर वही रात', जीवन के दिन छोटे; इन सदाबहार गानों को अरिजीत मुखर्जी ने परफॉर्म किया। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि सचिन पतरंगे ने आषाढ़ मास में 'हिरवा निसर्ग हा भवतीने' गाकर समा बांधा।
सुमित्रा ठाकरे और अनंत कपले ने 'आंखो से तूने ये क्या', 'अश्विनी ये ना' और 'यार बिना चैन कहा रे' जैसे अलग-अलग समय के युगल गीत गाए। भंवरे की गुंजन, फूलो के रंग से, ये राते ये मौसम देबाशीष बनर्जी द्वारा गाये गये। एक के बाद एक गीत गाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अनिल गडेकर, संजय बिद्यंता (वॉयस ऑफ मन्ना डे), देबाशीष बनर्जी, मो. दीनानाथ स्कूल के पूर्व छात्र इजराइल, सचिन पतरंगे और अरिजीत मुखर्जी ने कुछ और खूबसूरत गाने गाए।
दीनानाथ हाई स्कूल धंतोली ने कल 25 जुलाई को नागपुर के 10 वीं कक्षा के 84 वें बैच के विद्यार्थियों के संगीत सत्र 'हम साथ-साथ है' की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की कल्पना सुमित्रा ठाकरे ने की थी और आयोजक अनंत कपाले थे। अमोल खडताड,अशोक रेड्डी शवीन्द्र बिसेन यांनी तांत्रिक बाजू सांभळली इस इवेंट को अनंत कपाले और सचिन पतरंगे के फेसबुक पेज पर लाइव किया गया।
