उर्दू अदब और डिजिटल मीडिया विषय पर हुआ विशिष्ट व्याख्यान
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नागपुर। स्नातकोत्तर उर्दू विभाग राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय की ओर से 23 अक्टूबर को "उर्दू अदब और डिजिटल मीडिया" विषय पर विशिष्ट व्याख्यान आयोजित किया गया जिसका उदघाटन मा.प्र.कुलगुरू प्रो. संजय दुधे ने किया विशेष अतिथि के रूप में मानव्यशास्त्र विद्याशाखा के अधिष्ठाता डॉ. दत्तात्रेय वाटमोड़े, प्रमुख अतिथि डॉ. मजीद बेदार पूर्व उर्दू विभाग प्रमुख उस्मानिया विश्वविद्यालय हैदराबाद,विषय विशेषज्ञ डॉ. सरोशा काजी शासकीय कला व समाजविज्ञान संस्था नागपुर एवं मुख्य वक्ता श्री इकबाल मसूद संपादक सदा-ए-उर्दू भोपाल उपस्थित थे।
इस अवसर पर प्र कुलगुरू प्रो.संजय दुधे ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि डिजिटल मीडिया हमारे जीवन में बहुत विशेष भूमिका निभा रहा है, जिसके माध्यम से हमें आज हर क्षेत्र से संबंधित जानकारी एक क्षण में उपलब्ध हो रही है। साथ ही साथ जिन पुस्तकें की प्रतियां आज प्राप्त नहीं हो रही वह सब डिजिटल स्वरूप में तुरंत प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा उन्होंने उर्दू भाषा की कोमलता और मिठास पर भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर सभी वक्ताओं ने "उर्दू अदब और डिजिटल मीडिया" पर अपने विचार व्यक्त किए । मजीद बेदार ने प्रथम रेडियो स्टेशन से लेकर डिजिटल युग में साहित्यकार की जिम्मेदारी पर चर्चा की। सरोशा नसरीन काज़ी ने डिजिटल मीडिया के फायदे और नुकसान पर चर्चा की ।
उर्दू विभाग प्रमुख डॉ संतोष गिरहे सभी अथितियों का स्वागत किया एवं प्रस्ताविक भाषण में कहा कि यह डिजिटल मीडिया ही है जिसके कारण कोरोना काल में भी दुनिया नहीं रुकी बल्कि कोरोना से लड़ने, सहयोग करने और संयम बनाये रखने में लोगों को प्रेरित करता रहा। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. समीर कबीर ने तथा आभार ज्ञापन डॉ. तरन्नुम नियाज़ ने किया। दूसरे सत्र का आभार डॉ .सबीहा खुर्शीद ने किया ।इस कार्यक्रम में अनेक प्राध्यापक व विद्यार्थी भी जुड़े थे।