‘नाट्य सम्राट’ का हुआ विमोचन
नागपुर। सिंधी भाषा सलाहकार समिति, साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के सदस्य नाट्य लेखक किशोर लालवाणी ने ज्ञानपीठ से सम्मानित सुप्रसिद्ध मराठी कवि, लेखक, नाटककार, कथाकार एवं समीक्षक विष्णु वामन शिरवाड़कर (कुसुमाग्रज) के साहित्य अकादमी पुरस्कृत नाटक ‘नट सम्राट‘ का सिन्धी अनुवाद ‘नाट्य सम्राट’ नाम से केन्द्रीय साहित्य अकादमी, नई दिल्ली ने प्रकाशित करवाया है।
हाल ही में इस पुस्तक का विमोचन सिंधुड़ी यूथ विंग के रजत जयंती वर्ष में, अमर शहीद संत कंवरराम साहिब जी की पुण्य तिथि पर आयोजित कार्यक्रम ‘एक शाम संत कंवरराम के नाम’ में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अमरावती से पधारे अमर शहीद संत कंवरराम साहिब के पड़पोते राजेश मोरडिया, समाज सेवी वाधनदास तलरेजा, विजय केवलरामाणी, खटवारी दरबार के संचालक भाई फकीरा, पूर्व नगरसेवक सुरेश जग्यासी, धर्मदास दरबार के संचालक चुन्नीलाल चेलाणी, रंगमंच कलाकार तुलसी सेतिया, हरभगवान नागपाल, प्रा. प्रकाश केवलरामाणी, गुरमुख मोटवाणी, लक्ष्मण थावाणी, किशन आसूदाणी, राकेश मोटवाणी, परसराम चेलाणी, विजय वीधाणी तथा इस पुस्तक के अनुवादक किशोर लालवाणी उपस्थित थे।
विमोचन समारोह में साईं राजेश मोरडिया ने कहा कि किशोर रंगमंच कलाकार, लेखक तथा नाटककार है। पूर्व नगरसेवक सुरेश जग्यासी ने कहा कि किशोर पिछले 40 वर्षों से निरंतर सिंधी रंगमंच की सेवा कर रहा है। वह सांस्कृतिक गतिविधियों में बढ़ चढ़कर योगदान देता है। कार्यक्रम के संचालक वरिष्ठ रंगकर्मी तुलसी सेतिया ने कहा कि किशोर नाटकों के साथ साथ साहित्य की अन्य विधाओं पर भी कलम चलाता है। ‘बंद लिफाफो’ नामक सिंधी कहानियों के अनुवाद पर उसे 2018 में महाराष्ट्र सिंधी साहित्य अकादमीअ का अनुवाद पुरस्कार भी प्राप्त हुआ है।
पुस्तक के अनुवादक किशोर लालवाणी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि विष्णु वामन शिरवाडकर (27 फरवरी 1912 - 10 मार्च 1999 ) ने मराठी भाषा के प्रसिद्ध कवि, लेखक, नाटककार, कथाकार एवं समीक्षक के रूप में ख्याति अर्जित की है। मराठी साहित्य में विण्णु सखाराम खांडेकर के पश्चात् ज्ञानपीठ पुरस्कार हासिल करने वाले दूसरे लेखक थे। उन्हें पद्म भूषण अवार्ड भी मिल चुका है। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी, हिदायतकार ऐं सिंधुड़ी के संस्थापक अध्यक्ष तुलसी सेतिया ने किया।